
विदित हो कि लाखन कुशवाह ने सिरसौद और अपनी ससुराल के अनेकों किसानों का टमाटर खरीद उनका भुगतान नहीं किया था और किसानों के रूपए हड़पने के लिए उसने 14 दिस बर को जयपुर जाने का प्रपंच रचा और 22 दिस बर को अपने अपहरण की झूठी कहानी रच ली।
इसके पीछे आरोपी का उद्देश्य था कि उसकी इस कहानी से कर्जदार उसके प्रति सिमपैथी रखेंगे और उससे कर्ज की रकम नहीं मांगेंगे, लेकिन उसका यह दाव सफल नहीं हो सका। और पुलिस ने लाखन को कल गुना से पकड़ लिया।
जुए में उड़ा दी किसानों की रकम!
सूत्र बताते हैं कि लाखन कुशवाह जुए का आदी है और उसने 9 दिस बर को जयपुर के व्यापारियों के टमाटर का भुगतान प्राप्त कर उक्त राशि को जुए में उड़ा दिया। जिससे वह काफी परेशान हो गया और उसने लेनदारों से बचने के लिए अपने अपहरण की कहानी रच दी।