
बिजली कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारयिों की मिलीभगत से शिवराज सरकार की महत्वाकांछी योजना अटल ज्योति को पलीता लग रहा हैए 24 घण्टे बिजली देने का वादा करने वाली सरकार अब चार घण्टे भी बिजली नहीं दे पा रही है। पिछले पंद्रह दिनों से बिजली की लुकाछिपी ने गर्मियों को जनता के लिये और दुश्कर बना दिया है।
15 दिसंबर को रात दस बजे से गुल हुई बिजली 16 दिसंबर दोपहर 3 बजे आई, इसी तरह बिजली का आना जाना रविवार और सोमवार को जारी रहा। बिजली आने जाने के खेल में जनता न तो सो पा रही है और न हीं बिजली आधारित कार्य चल पा रहे हैं। जनता ने बिजली कटौती के विरोध में अब आंदोलन का मन बना लिया है लोगों करा कहना है कि एक दो दिन में हालत नहीं सुधरे तो बिजली कंपनी के कार्यालय पर आंदोलन किया जायेगा।
बिजली कंपनी के अधिकारी नींद में थमा रहे नोटिस
झिरी गांव के किसान सरवन धाकड पुत्र नक्टू धाकड के खेत पर एक बोर संचालित है जिसका स्थाई कनेक्शन का बिल 9129 रू 25 अक्टूवर को जमा किया गया था परंतु कुछ दिनों बाद ही 28 नबंबर को सरवन के भाई मुकेश के नाम से बिजली कंपनी द्वारा धारा 135,126 के तहत नोटिस जारी कर 18500 रू सात दिन में जमा कराने की कार्यवाही कर दी गई, यहां बताना लाजमी होगा कि मुकेश के नाम से कोई भी बिजली मोटर संचालित नहीं है।
बिजली कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारी मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं और यह भी नहीं देखा जाता कि किसी व्यक्ति के नाम कोई बिजली कनेक्शन है भी या नहीं।