
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सुनील पाण्डे ने तत्काल एडीएसनल एसपी को मामले में जुटकर मामले को पर्दाफाश करने को कहा। मोबाईल की लोकेशन के आधार पर पुलिस सक्रिय हुई और पता चला कि कुछ समय पहले ही मोबाईल ऑन हुआ जिसकी लोकेशन गुना में मिली। इस लोकेशन के आधार पर सिरसौद थाना प्रभारी सुरेश शर्मा मय दल के गुना पहुॅचे।
गुना पहुॅचने पर अपहृत युवक का मोबाईल बंद हो गया और पुलिस उसे खोजती रही। जैसे ही युवक ने मोबाईल चालू किया उसकी लोकेशन क्लीयर हो गई और पुलिस ने मुख्य बाजार में घूमते हुए इस युवक को दबौच लिया।
जब पुलिस ने इस युवक से पूछताछ की तो सामने आया कि उसके जयपुर में किसी व्यापारी के पास पैसे थे ही नहीं। जयपुर के व्यापारी तो उसे पहले की पैसे दे चुके थे। उसने कर्जे वालों से बचने के लिए अपने अपहरण की कहानी रची। जिसमें परिजनों से पैसे लेकर वह कर्जे बालों से मुक्ति पाना चाहता था।