जैन मंदिर विवाद: आमने-सामने जैन समाज, जांच को पंहुची राजस्व टीम

कोलारस। नगर के प्राचीन श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर परिसर क्षेत्र में निर्माण को लेकर जैन समाज के दो पक्षे आमने-सामने आ गए है। इस निर्माण का विरोध जताते हुए एक पक्ष ने एडीएम से इसकी शिकायत कर दी,जिससे इस शिकायत की जांच करने आज राजस्व की टीम मंदिर पहुंची और जैन समाज के दोनो पक्षो को बुलाकर बयान दर्ज किए।

बताया गया है कि मंदिर ट्रस्ट के कुछ लोगो ने बिना ट्रस्ट की रजामंदी के अपनी हिसाब से निर्माण कार्य करा लिए है। नियमानुसार नए निर्माण के लिए प्रशासन और ट्रस्ट के सभी सदस्यो की अनुमति लेना आवश्यक है। लेकिन यहां ऐसा नही हुआ मंदिर में निर्माण कार्य और फेरबदल कर लिया गया,इसी बात पर कुछ माह पूर्व समाज के २ पक्ष आपस में भिड गए थे पुलिस तक बुलानी पडी थी। 

लगभग 400 वर्ष प्राचीन श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में चार वर्ष पूर्व सभी कार्य समाज के सामंजस्य से किए जाते थे, लेकिन तीन साल पूर्व ट्रस्ट का गठन हुआ, तभी से ट्रस्ट के कुछ लोगों द्वारा बिना समाज से पूछें निर्माण कार्य करा रहे हैं, जो समाज के दूसरे पक्ष को स्वीकार नहीं है, जिससे समाज में दो राय के लोग सामने आ गए हैं, जो प्रशासन तक शिकवा शिकायत कर मनमानी पर अंकुश लगाए जाने की मांग की। 

एसडीएम को की गई शिकायत में बताया गया कि 28 फरवरी 16 को रात के समय मंदिर परिसर की दीवार तोडक़र दरवाजा निकाल लिया गया और 23 मार्च 16 को नवीन बेदी बनाकर उपासना स्थल में भी परिवर्तन कर मूर्तियों को पुरानी बेदियों से हटाकर नवीन बेदियों पर स्थापित कर दिया गया। यह सब कार्य ट्रस्ट के कुछ लोगों ने समाज के लोगों से पूछे बगैर किया गया है।

इन्ही सभी शिकायत के बिंदुओ पर जांच करने एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार धीरजसिंह परिहार, आरआई विशंभर मांझी एवं पटवारी भूपेन्द्र रघुवंशी मौके पर पहुंचे प्रशासन ने जैन समाज के दोनों पक्षों के लोगों से चर्चा की और दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी। 

एसडीएम कोलारस आरके पांडेय ने कहा कि जैन मंदिर में नियम विरुद्व किए जा रहे निर्माण को लेकर शिकायत आई थी, जिसकी जांच के लिए राजस्व टीम को भेजा था टीम ने समाज के दोनों पक्षों को बुलाकर उनको सुना जैसे ही तहसीलदार की जांच रिपोर्ट आएगीए उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।