यौन शोषण काण्ड: सुसाईड नोट ने खडे किए सवाल, रहस्य अभी भी बरकरार

शिवपुरी। शिवुपरी का सबसे चर्चित यौन काण्ड के एक आरोपी ने रेल से कटकर आत्महत्या कर ली है। इस प्राण घातक कदम से पूर्व मृतक द्वारा सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट ने कई सवाल खडे कर दिए है। इस पोस्ट में मृतक ने लिखा हैं कि मेरी मौत का जिम्मेदार शैला अग्रवाल और उसका पिता के एन अग्रवाल है।

इस यौन शोषण काण्डं में आरोपी बनाए गए दिनेश मांझी उम्र 30 वर्ष ने अपनी फैमिली और मित्रो को व्हाटसऐप पर पोस्ट किया कि मैने बालग्रह की नौकरी 1 साल पूर्व छोड दी थी, और यह मामला उजागर हुआ तो में बहुत खुश हुआ था। 

जैसे ही मुझे अरोपी बनाया में टूट गया। में बेगुनाह था, पुलिस ने बिना पूछताछ किए ही मुझे आरोपी बना लिया। मुझे अरोपी इस मामले के मुख्य अरोपियों ने साजिशन फसवाया है। क्योंकि इस मामले में जितने आरोपी बडेगें तो मुख्य आरोपियो को फायदा होगा। मुझे इस मामले में अरोपी बनाए जाने पर मेरे पास आत्महत्या करने के आलावा और कोई चारा नही है।

कुल मिलाकर सवाल यह खडे हो रहे है कि मृतक दिनेश को सजिशन फंसाया गया है तो उसकी मौत का जिम्मेदान कौन होगा, पुलिस या इस मामले मे आरेापी बनाए गए पिता-पुत्री ? हो सकता है कि दिनेश इस मामले में सलिप्त हो, और नाम आने के बाद वह अपने होश खो बैठा हो और उसने यह प्राण घातक कदम उठाया हो। 

मीडिया ने पिता-पुत्री के बाद इस मामले में और लोगो को आरोपी बनाए जाने के बाद पूछा कि ऐसा क्यो, इस मामले की फरियादी अधिकारी ने इन्ही के खिलाफ मामला दर्ज कराया तो इस मामले में और आरोपी कैसे बढ गए, पुलिस ने कहा कि हमारी जांच में अन्य लोगो के नाम भी आए है इस कारण और लोगो को आरोपी बनाया गया है। 

लेकिन इससे भी इनकार नही किया जा सकता है कि इस मामले की पीडिताओ ने एक चैनल को दिए गए सक्षात्कार में कहा था कि उन्है लाईन में खडा कर दिया जाता और उनको पसंद कराया जाता था, उसके बाद पुलिस ने इस मामले में जांच नही की, कि पसंद करने वाले व्यक्ति कोन थे। जांच नही की ऐसा क्यो ? । इस पूरे काण्ड में अभी भी कई रहस्य बाकी है। 

क्यो कि पुलिस की इस जांच से अभी जनमानस संतुष्ट नही है इस मामले में भाजपा के प्रेदश कार्यकाारिणी के सदस्य ने एक प्रेस नोट जारी कर मांग की थी कि, पुलिस को अभी पिता-पुत्री को रिमांड पर लेना चाहिए और पूछताछ करनी थी, और इनका नार्को टेस्ट भी कराया जाना चाहिए इसके बाद ही पूरी सच्चाई बहार आ सकती है। क्यो कि अभी तक जो सामने आया वह अधूरा है। 

पुलिस ने समाज सेवा के नाम चल रहे अनाथ आश्रम के यौन शोषण काण्ड में संचालिका एडवोकेट शैला अग्रवाल, पिता रिटायर्ड प्रोप्रेसर केएन अग्रवाल भाई राजू एंव मृतक दिनेश मांझी और एक और अन्य नाबालिक को अरोपी बनाया गया है।