दबंंग जनपद एसडीओ की मनमानी का शिकार हुई दलित महिला सरपंच

अभिषेक शर्मा/पोहरी। शासन ने भले ही पंचायती राज ब्यब्स्था मे दलित महिलाओ के उत्थान के लिए आरक्षण के जरिये जि मेदार पदो पर विठाया जा रहा है लेकिन आज भी कुछ दबंग सवर्ण जाति के अधिकारीओ को इन पदो पर आसीन दलित महिलाओ को देखना रास नही आ रहा है। जिसका एक उदाहरण मंगलवार को जनसुनवाई मे देखने को मिला जब दलित महिला कृष्णगंज सरंपच द्वारा पोहरी एसडीएम अंकित अष्ठाना की उपेक्षा की शिकार हो रही बही यादवेन्द्र शर्मा एसडीओ जनपद द्वारा पंचायत मे हुए निर्माण कार्यो की टीएस नही की जा रही जिसकी शिकायत लेकर एसडीएम को कराई साथ ही बताया कि यादवेन्द्र शर्मा के द्वारा कई निर्माण कार्य तो पहले ही करा लेते है।

वही लाखो रूपए कर्ज से लेकर निर्माण कार्य मे लगाने के बाद भी दलित महिला सरपंच पिछले एक साल से स्टीमेट हाथ मे लेकर टीएस करवाने के लिए एसडीओ यादवेन्द्र शर्मा के चक्कर लगा रही है लेकिन पता नही यादवेन्द्र शर्मा टीएस क्यों नही कर रहे है और न ही कुछ अन्य निर्माण कार्य पंचायत मे कराने हेतु स्वीकृति दे रहे है। जिस कारण पूर्व के निर्माण कार्यो मे लाखो रूपेय के कर्ज मे दलित सरपंच पूरी तरह से डूबी हुई है। जहां निर्माण कार्य कर्ज से रूपय लेकर अच्छा कार्य करा रहे बह दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है।

निर्मल ग्राम पंचायत होने के बाबजूद,कर्ज मे दबी दलित महिला सरपंच
कहने को तो ग्राम पंचायत कृष्णगंज निर्मल ग्राम घोषित होकर राष्ट्रपति से पुरूष्कार प्राप्त करने के साथ हाल ही मे अच्छे कार्य करने के लिए कलेक्टर द्वारा दलित महिला सरपंच को प्रमाण पत्र देकर स मानित किया क्योंकि ग्राम पंचायत कृष्णगंज तहसील पोहरी की मु यालय की पंचायत होने के साथ अपने आप मे नगरीय पंचायत जैसी हैसियत रखती है। 

जिसमे न्यायलय तहसील एसडीएम कार्यालय, थाना जनपद कार्यालय बैंक महाविधालय महिला बालविकास कार्यालय आदि मौजूद होने के साथ 80प्रतिशत अधिकारी कर्मचारी निवास करते है इसके बाबजूद कृष्णगंज पंचायत मे न ही पानी की ब्यब्स्था है और न ही निर्माण कार्य कराये जा रहे है जो भी कार्य अभी तक हुए या तो विधायक मए से या आदिमजाति के अलावा कर्ज लेकर कराये गये है जिसकी राशि लेने के लिए चक्कर लगाने पर मजवूर है।

गर्मियो मे नलजल योजना ठप होने के बाबजूद भी कर्ज लेकर उपलब्ध कराया था पानी
पोहरी मे ग्राम पंचायत कृष्णगंज मे जब कडाके की गर्मी के चलते बोर ठप्प हो गए उस समय दलित महिला सरपंच द्वारा कर्ज से ग्रामबासीओ को पानी उपलब्ध कराया जिसका खामियजा आज उसको अधिकारीओ के पास दर दर भटकना पड रहा है।

भरी गर्मियो मे कृष्णगंज पचायत मे नल-जल योजना चलाने के लिए अप्रैल 2015 से जून-2015 तक 15000 रूपए महीना बोर किराये से लिया था व टैंकरो के माध्यम से 2015 की गर्मीओ मे लोगो को पानी उपलब्ध कराया जिसका भुगतान भी उधार लेकर किया। लाखो रूपए के कर्ज लेकर जो कार्य कराये उनके भुगतान के लिए दर दर भटकना मजबूर होना पड रहा है। 

अधिकारीओ से बात करने पर उनके द्वारा नियमो का हबाला देकर मना कर दिया जाता है। अब लाखो रूपेय का कर्जा दलित महिला सरपंच कैसे चुकता करेगी। क्योकि यादवेन्द्र शर्मा एसडीओ की लापरवाही ब हटधर्मिता के चलते कृष्णगंज पंचायत धीरे धीरे पिछडती जा रही है।

एसडीओ बोलते रहे कार्य कराओ, टीएस कर दूंगा अभी तक नही हुआ भुगतान
पोहरी की निर्मल ग्राम पंचायत कृष्णंगज मे दलित सरपंच द्वारा कई जनहित के कार्य निजी रूपयो से कर्ज लेकर कराये गये जिससे लोगो की परेशानी कम हो सके। इसका मु य कारण एसडीओ यादवेन्द्र शर्मा है जिन्होने स्टीमेट तैयार हो जाने के बाद कार्य करने को कहा जिसके बाद दलित सरपंच के आज तक भुगतान नही हुआ है।

दलित महिला सरपंच द्वारा जिन निर्माण कार्यो के स्टीमेट तैयार कर निर्माण कार्य कराये उनमे पंचायत भवन मे सीमेन्द्र कंर्कीट से निर्मित पेपेर ब्लॉक्स निर्माण लागत 92000,फल मण्डी मे समतलीकरण एवं पुलिया निर्माण कार्य लगात 100000 रूपए, तालाब गहरीकरण कार्य लागत करीब दस लाख रूपय जनभागीदारी योजनान्तर्गत इस सभी निर्माण कार्यो की दलित सरपंच द्वारा स्टीमेट तैयार कार्य निर्माण कार्य करा दिये गये जिनकी टीएस के लिए एसडीओ पोहरी कई महिनो से गुमराह कर रहे है जिसके कारण दलित महिला सरपंच लाखो रूपेय के कर्जे मे डूब कर मानसिक प्रताडना का शिकार हो रही है।

तालाब की फाईल बनी लेकिन भुगतान को आज तक भटकती रही दलित सरपंच
पोहरी मे कृष्णगंज पंचायत बर्षो से जल संकट से जूझ रही थी जिसमे प्रमुख सचिव के दौरे पर तालाव के गहरीकरण का प्रस्ताव रखा जिसमे प्रमुख सचिव बीएल कांताराव, कलेक्टर राजीब दुवे  कमिशनर एच एस रूपला,क्षेत्रीय विधायक प्रहलाद भारती  तालाब के निरीक्षण करने के दौरान जनभागीदारी योजना से कराने के निर्देश दिये। 

जिस पर एसडीओ यादवेन्द्र शर्मा द्वारा स्टीमेट तैयार कर जनभागीदारी योजना कराने हेतु सरपंच को निर्देशित कर निर्माण कार्य शुरू करवाया और लगातार कहते रहे कि आप निर्माण कार्य जारी रखो राशि की स्वीकृति के लिए कलेक्टर महोदय के पास फाईल पहुंच चुकी है जल्द ही भुगतान करा दिया जाएगा। जिसके बाद आज तक न तो फाईल का पता है और न तो राशि का पता है बही दूसरी तरफ  लाखो रूपय के कर्ज मे डूब चुकी दलित सरपंच रामकली धानुक जो आज अधिकारीओ की चौखट पर दर दर भटक रही है।

इनका कहना है-
सरपंच के द्वारा जो भी कार्य कराये जनहित के है अगर टीएस की फेर मे जो भुगतान अटकाया है बो गलत है। इस संबध मे संबंधित से बात की जाएगी।
प्रहलाद भारती,क्षेत्रीय विधायक पोहरी
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मेरे पास मामला संज्ञान मे है और दलित और सवर्ण का कोई मतलव नही है लेकिन निर्माण कार्यो के स्टीमेट और टीएस निर्माण कार्यो से पहले ही करा लिये जाते है। अगर जानबूझकर टीएस नही की है तो मामले को दिखवालेगे।
ओपी श्रीवास्तब,कलेक्टर शिवपुरी