
प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर मु य अतिथि डॉ. जेसी शर्मा ने कहा कि बंदी महिलाओं को जो संस्था द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह एक सराहयनीय पहल है। जिससे जेल में बंद महिलायें यहां से कुछ सीखकर बाहर निकलेंगी तो वह स्वयं आत्म निर्भर हो सकेंगी। विशिष्ठ अतिथि ओपी पाण्डे ने उनकी समस्याओं को सुना और समस्याओं को जानने की कोशिश की साथ उनका समाधान करने को कहा।
संस्था प्रमुख अंकुर कुशवाह ने कहा कि आज महिलायें अपने द्वारा बनाए गए वस्त्रों को पहनने के लिए वितरित किए गए जिसमें एक बंदी ने कहा कि हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हम अपने हाथों के बने कपड़े भी पहनेंगे। इस अवसर निविदेता पाण्डे ने आश्वासन दिया कि आगे भी आप लोगों के लिए ऐसे कार्यक्रम चलाते रहेंगे। जिससे महिलायें बंदी के रूप में रहते हुए स्वयं हुनर सीख सकें।