
कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर शिवपुरी से एक 70 वर्षीय किसान ने एक आवेदन दिया। इस आवेदन के अनुसार शिवपुरी तहसील के गांव टोंगरा में रहने वाले अजीत सिंह पुत्र रुप सिंह 70 वर्ष ने आरोप लगाया कि गांव के सभी किसानों को मुआवजा राशि का वितरण हो गया लेकिन मुझे मुझे मुआवजा देने के लिए बार बार परेशान किया जा रहा है।
अजीत सिंह ने यहां तक आरोप लगाया कि शिवपुरी में पदस्थ नायब तहसीलदार नीलम पडसेरिया पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुआवजा देने के ऐवज में 50 हजार रुपए की मांग की। चूंकि वह इतनी रकम नहीं दे सकता था इसलिए उसने 10 हजार रुपए मैडम को दिए जिसे उन्होंने फेंक दिए। बुजुर्ग का कहना है कि कई बार शिकायत के बाद अब भी मुआवजे से मरहूम है।
इनका कहना है
इस मामले में हमारी पटवारी उन्हें दो बार बता चुकी है और उन्हें जवाब भी दे चुके हैं। दरअसल किसान द्वारा जो मुआवजा मांगा जा रहा है, वह सोयाबीन की फसल का मांगा जा रहा है, जबकि उन्होंने टमाटर की फसल का उत्पादन लिया है। मुआवजे की कोई बात ही नहीं है। इनके आरोप निराधार हैं। इस संबंध में मेरे पास एडीएम मैडम का भी फोन आया था। अभी आवेदन नही आया है जब आयेगा तो उसका भी जवाब देंगे।
नीलम पड़सेरिया,नायब तहसीलदार शिवपुरी