
जैसा कि विदित है कि शिवपुरी की राजनीति में मुन्नालाल कुशवाह ऐसे पहले जनप्रतिनिध होगें जो पद पर रहते हुए जेल गए होगें। ग्वालियर में अपनी गिर तारी पर स्टे पर हटने के बाद उन्है उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह अपने वकील से मिलने जा रहे थे।
मुन्नाालाल कुशवाह की गिरफ्तारी से शिवपुरी के राजनीति की प्याली में तूफान आ गया था। मुन्नालाल कुशवाह को 2 जुलाई 16 को गिर तार कर जेल भेज दिया गया था। और इसके 2 दिन बाद 4 जुलाई को मुन्नालाल कुशवाह को जमानत मिल गई थी। जब से वे इस मामले में जमानत पर बने हुए है।
इस घटना में स्थानीय संस्था खिदमत.ये.इंसानियत सामने आया और इस संस्था ने दोनो मृतको को रेसक्यू आपरेशन कर बाहर निकाला। हालाकि पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई थी लेकिन प्रशासननिक स्तर से किसी भी प्रकार की मदद इन मजदूरो की लाशो को चै बर से निकालने के लिए नही की गई।