शिक्षक आत्महत्या कांड: मानव अधिकार आयोग ने एसपी और आईजी को दिया नोटिस

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पिछोर के सबसे चर्चित मामले शिक्षक आत्महत्या कांड में शिवपुरी पुलिस अधीक्षक और आईजी को मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने गंभीरता से लेते हुए नोटिस जारी करते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट मागी है।

विदित हो कि जिले के पिछोर में बीते दिनो एक शिक्षक जिसे जुआ एक्ट में पुलिस ने पकड़ा था। उस शिक्षक ने दस पेज का सुसाईड नोट लिखकर जहरीले पदार्थ का सेवन करते हुए आत्महत्या कर ली थी। इस सुसाईड नोट में मृतक ने बताया लिखा है कि वह पुलिस की प्रताडना से तंग आकर आत्महत्या का कदम उठा रहा है। 

मृतक शिक्षक ने सीएम, कलेक्टर को संबोधित करते हुए सोसाइट नोट छोड़ा है इसमें पुलिस थाने के स्टाफ पर अवैध बसूली और रंजिशल जुआ एक्ट लगाने और रूपये एठने का आरोप पिछोर थाने में पदस्थ एसआई और आरक्षक सहित एक पत्रकार पर लगाये है।  साथ ही लि ाा था कि पुलिस अभिरक्षा में पकडे जाने पर पुलिस ने उससे जूते चटवाये और मारपीट की इस आत्मग्लानि के चलते शिक्षक मनोज पुरोहित ने आत्महत्या कर ली थी। 

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुरैशी और आईजी ग्वालियर संभाग को  मामले में तलव करते हुए नोटिस जारी किया है। साथ ही पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट भी मांगी है।

इस मामले में पुलिस ने मामले को तत्काल रफा दफा करने और परिजनों को संतुष्ठ करने के उदे्दश्य से आरक्षक रिंकू शाक्य सहित उसके छ: साथियों पर आत्महत्या उत्प्रेरण का मामला दर्ज कर मामले से इतिश्री कर लिया है। इस पूरे घटनाक्रम में सबाल उठता है कि पुलिस ने जब सुसाईड नोट में सब नाम क्लीयर पढ़े है तो फिर नामदज लोगो पर मामला दर्ज क्यों नहीं किया। इस सबाल के चलते मृतक के परिजनों में पुलिस को लेकर भयंकर रौष है।