
शिवपुरी से प्रकाशित एक सांध्य दैनिक ने दावा किया है कि हनुमान मंदिर पर बैठने वाले भिखारियों को पत्ते वाले व्यापारी ने चाय नाश्ता के बहाने बुलाया और 300 रुपए दिहाड़ी पर अनुबंधित कर लिया। सभी भिखारी प्रतिदिन 4000 रुपए के बड़े नोट लेकर बैंकों की लाइन में जाकर लगेंगे और बदले में छोटे नोट लेकर आएंगे।
हनुमान मंदिर पर बैठकर भीख मांगने वाली रामसखी से जब पूछा गया तो उसका कहना था कि वह भीख मांगने का काम करती है आज सुबह उसके पास एक सेठ जी जलेबी बांटने आए जिन्होंने उससे पूछा कि तुम्हारे पास खाता है या नहीं। उसने खाता न होने की बात कही और सेठ जी ने उससे कहा कि वह उसे 4000 रूपए दे रहे हैं। जिन्हें बैंक से बदलने के लिए आधार कार्ड की जरूरत होगी और वह आधार कार्ड लेकर बैंक पहुंच जायें। जिनमें से 300 रूपए उन्हें दे दिए जायेंगे और उन्हीं के कहने पर वह लाईन में लग गर्ई।
लेकिन वह उन सेठजी को नहीं जानती है। एक युवक रामसिंह आदिवासी का कहना है कि वह पत्ते का काम करता है। रात्रि में उन्हें उसके मित्र ने बताया कि रूपए बदलने पर अच्छी रकम मिल रही है और उसके कहने पर मैं बैंक में आकर लाईन में लग गया।