पोहरी अस्पताल खुद बीमार, कैसे हो मरीजों का इलाज

पोहरी। अभी हाल ही नवीन अस्पताल के बनने के बाद ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोहरी से करीब 5 किमी की दूरी पर पहुंच गया है जिससे पोहरी और पोहरी से लगे 25 गांव के लोगो को आने जाने मे परेशानी का सामना करना पड रहा है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन द्वारा पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ताला डाल कर लोगो मे परेशानी बडा दी गई है। 

नवीन अस्पताल एक अनजान इलाके मे पहुंच गया जहां रात मे जाने से लोगो को भय होता है। वहीं रास्ते में रात को अंधेरा पसरा रहता है। ऐसे मेे लोगो का काफी दिक्कते हो रही है। रात को अंधेरे के कारण वहां सन्नाटा पसरा रहता है। ऐसे मेे अगर कोई अपराधिरक घटना घटती है तो उसकी जि मेदारी किसकी होगी।  मामला गंभीर होने के कारण अस्पताल प्रबंधन द्वारा चुप्पी साध ली गई है।

ऐसे मेें लोगों द्वारा पुराने नवीन भवन पर प्राथमिकी उपचार केन्द्र खोलने की मांग की जा रही है। जिससे रात के समय भय के कारण परेशानी का सामना न करना पडे। वही ओपीडी मे गिराबट आई है। पहले पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रतिदिन 250-300 मरीज आते थे। आज प्रतिदिन 50-60 मरीज आते है जिससे दिख रहा है कि अस्पताल के अनजान जगह में पहुंचने से मरीजो के साथ स्टाफ  को भी दिक्कते आ रही है।

2 साल से खराब पडी है एक्स-रे मशीन अस्पताल प्रबंधन के किया नजरंदाज
पोहरी मे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र होने के बाबजूद भी एक्स-रे मशीन पिछले दो सालो से खराब पडी हुई है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन का इस ओर कोई ध्यान नही है। जिससे छोटी मोटी चोट के लिए मरीज को शिवपुरी भेजा जाता है। दो साल से मरीजो का परेशान होना अस्पताल प्रबंधन द्वारा सिरे से नजरंदाज कर दिया है। जिससे पोहरी मे स्वास्थ्य सुविधाए बदतर होती जा रही है। ऐसे में जनप्रतिनिधियो के हस्तक्षेप न करने से अस्पताल प्रबंधन के होंसले बुलंद होते जा रहे है।

नही है लैब टेक्नीशियन कैसे होगी खून की जांच
एक ओर पोहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के हालत खराब होते जा रहे है वही दूसरी तरफ  लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। पोहरी मे बिगत वर्षो से सीबीसी जांच के लिए एक ही लैब टैक्नीशिन था। जिनका बिगत दिनो ट्रांसफर कर दिया गया है। जिससे बिना सीबीसी जांच के ही उपचार किया जा रहा है।  जिससे अस्पताल मे मरीजो का सही तरीके से उपचार नही हो पा रहा है। ऐसे मे धीरे-धीरे नवीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे ओपीडी मे कमी आ रही है।

नवीन अस्पताल मे नही है स्टाफ के रहने की व्यवस्था
पोहरी मे 2.60 करोड़ की लागत से नवीन अस्पताल का निर्माण कार्य करा दिया गया है। लेकिन अभी तक स्टाफ  के रहने के लिए आवास का निर्माण तक नहीं कराया है। ऐसे में अस्पताल मेें डॉक्टरो का रहना रात्री के समय मे मुश्किल है।

इनका कहना है-
नवीन अस्पताल निर्माण के लिए जमीन आबंटन राजस्व विभाग द्वारा किया जाता है न कि मेरे द्वारा इसके लिए तु हारे स्थानीय जनप्रतिनिधि ही जि मेदार है। इसमे मै क्या कर सकता हू।  पोहरी मे लैब लैक्टनीशियन 2 है जो काम नही कर रहे इस वजह इनका फेरबदल किया गया। एक्स-रे मशीन के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है।
विष्णुदत्त खरे
सीएमएचओ जिला शिवपुरी