मरियम आसिफ को एक प्रतोयगिता ने बना दिया गीतागर्ल और देश में प्रसिद्ध

शिवपुरी। देश में गीता गर्ल के रूप में पहचान बना चुकी मरियम आसिफ सिद्दीकी के पिता को यह ज्ञात नही था कि मात्र एक प्रतोयगिता में भाग लेने से मेरी बेटी की जिंदगी ही बदल जाऐगी। वह इतनी प्रसिद्ध हो जाऐगी। 

मरियम के पिता आसिफ सिद्दीकी बताते है कि वह मूलत: कानपुर के रहवासी है और वर्तमान में मु बई सपरिवार रहते है। मु बई में ही 15 मार्च 2015 को अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ संस्था इस्कॉन द्वारा श्रीमद् भागवत गीता को लेकर एक प्रतियोगिता आयोजित की इसमें संपूर्ण भारत वर्ष के 6वीं कक्षा से ऊपर के लगभग 5000 बच्चों ने भाग लिया जिसमें प्रथम विजेता मरियम कुर्रेशी रही। 

भागवत गीता का ज्ञान मरियम को बचपन से ही दिलाया गया जिसमें एक बार 8वर्ष की उम्र में मरियम ने हमसे पूछा कि हिन्दू कौन है चूॅंकि यह उम्र बच्चो की होती है इसलिए सवाल ने मुझे भी परेशान किया फिर मैंने मरियम को भागवत का ज्ञान पढ़ाया, मैं स्वयं ‘वर्तमान मीडिया’ मैगजीन का एडिटर और मेरी पत्नि सहयोगी है।

इसके बाद भी हमने मरियम को भागवत गीता का ज्ञान दिलाया तो वह इतना ज्ञान अर्जित कर गई कि उसने पूरे देश में भागवत गीता पुरूस्कार विजेता बनकर ‘गीता गर्ल’ का  िाताब पा लिया है। इस पर टाई स ऑफ इंडिया ने प्रथम पेज पर मरियम के विजेता की स्टोरी प्रकाशित की तो धीरे-धीरे यह प्रसिद्धि मिलती गई। 

मरियम के मु यातिथ्य में हो रहा गीता महोत्सव  
प्रेस से चर्चा करते हुए मरियम के पिता आसिफ कुर्रेशी ने बताया कि आगामी 21 से 26 नव बर तक दिल्ली में गीता महोत्सव (गीता महात्मय)का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मु य अतिथि के रूपमें भागवत गीता विजेता मरियम  को आमंत्रित किया गया है। 

इस कार्यक्रम में देश के जाने-माने राष्ट्रीय संत व केन्द्र के बड़े-बड़ें मंत्री भी शामिल होंगें। इसके अलावा मरियम आसिफ कुर्रेशी उत्तरप्रदेश पुलिस चाईल्ड विंग गुडविल की ए बेसेडर भी है। 

गीता ज्ञान से प्रभावित होकर मरियम के धर्मपिता महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन है जिनके यहां पूरे परिवार के साथ प्रति शनिवार-रविवार को बिताती है। इसके अलावा राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, अभिनेता अमिताभ बच्चन सहित उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश में भी मरियम को कई पुरूस्कार हासिल हुए है।