नपा में फिर सामने आया टेंडर मैनेज करने का मामला!

शिवपुरी। नित नए-नए घोटालों के लिए सुर्खियों में रहने वाली शिवपुरी नगर पालिका में आज फिर नया घोटाला करने के लिए एक टेंडर मैनेज करने का मामला सामने आया है। यह टेंडर शहर के फतेहपुर रोड स्थित कोठी नंबर 31 के पास स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय की स्कूल बाउण्ड्रीवाल का था। यह टेंडर लगभग आठ लाख रूपये का बताया गया जिसमें एक ग्वालियर की फर्म ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से नगर पालिका शिवपुरी में टेंडर डाल दिया। 

जिसकी आवक भी हो गई, लेकिन जैसे ही यह मामला स्थानीय पार्षद को लगी तो उन्होंने अन्य ठेकेदारों से मिलकर टेंडर मैनेज करने का सिस्टम बनाया और उक्त फर्म का टेंडर भी नहीं खोला गया, बल्कि उसके फर्जी लेटरपेड पर किसी अन्य व्यक्ति के हस्ताक्षर कराकर टेंडर को मैनेज करने का सिस्टम बना लिया जो घोटाले की श्रेणी में साफ.-साफ  दिखाई दे रहा है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को वार्ड क्रमांक 15 के कोठी नंबर 31 के पास स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय की बाउण्ड्रीवाल के टेंडर डाले जाना थे। जिनमें शहर की फर्मों के साथ अन्य फर्मों ने भी भाग लिया था। क्योंकि यह टेंडर आठ लाख रूपये के करीब होने के चलते ऑनलाइन था। जिसका टेंडर ग्वालियर की एक जेएल कंस्ट्रक्शन कंपनी ने खरीद लिया। जिसे उसने स्पीड पोस्ट के माध्यम से शिवपुरी नगर पालिका के लिए भेज दिया और नगर पालिका द्वारा 21 अक्टूबर को आवक क्रमांक 2003 पर इसे दर्ज भी कर लिया गया। 

लेकिन जब इसकी जानकारी इसी वार्ड के पार्षद और मैनेजमेंट कर रहे ठेकेदार को लगी तो उसने पहले उक्त फर्म पर दवाब बनाने का प्रयास किया और यहां तक कहा कि काम करने तो हमारे वार्ड के पार्षद के यहां ही करने आओगे। हम यहां से तु हारा भुगतान भी नहीं होने देंगे और तमाम तरह की शिकायतें करेंगे, तुमको ठेकेदारी करना भुला देंगे। 

इसके बाद डरे सहमे ठेकेदार ने अपना लेटरपेड दिया या नहीं यहीं मौजूद ठेकेदारों ने क प्यूटर से निकाल लिया और उन्होंने ही उस पर ठेकेदार का टेंडर न खोलने का आवेदन दे दिया। जिस पर उक्त ठेकेदार के फर्जी हस्ताक्षर भी कर दिए गए। इस पूरे खेल में ठेकेदार पार्षद और नगर पालिका के आला अधिकारी भी मिले हुए हैं जिनकी दम पर यह टेंडर मैनेजमेंट करने का खेल नगर पालिका में खेला जा रहा है।

नपा अधिकारियों व पार्षदों के कानों में नहीं रेंगी जू
स्थानीय विधायक व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के कड़े तेवरों के बाद भी नपा अधिकारियों के कानों पर जू तक नहीं रेंगी जिसका नतीजा है कि अभी तक उनके द्वारा नगर पालिका में हुई बैठक में बताए कार्यों को पूर्ण नहीं किया गया और जब उनके द्वारा बैठक में भाजपा पार्षदों को कड़ी हिदायत दी गई थी कि मैं भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करूंगीं और मुझे वार्ड पार्षदों की शिकायत भी नहीं मिलना चाहिए। 

जनता के काम समय पर होना चाहिए। उनके इन निर्देशों को उनके ही चहेते कई पार्षद अब बट्टा लगाने में लगे हुए हैं जिसका नतीजा है कि वार्ड क्रमांक 15 में पार्षद के हस्तक्षेप के बाद उक्त ग्वालियर की फर्म का टेंडर नपा अधिकारियों ने नहीं खोला जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में तो आता ही है। बल्कि इसमें टेंडर मैनेजमेंट का खेल भी साफ.-साफ  दिखाई दे रहा है। अगर इसकी जांच कराई जाए तो दूध का दूध पानी हो जाएगा। 

इनका कहना है
इस टेंडर की मुझे अभी जानकारी नहीं है। आपके द्वारा मुझे बताया गया है नगर पालिका में टेंडर मैनेज करने का सिस्टम चल रहा है। नगर पालिका एक स्वतंत्र संस्था है इसमें कोई भी टेंडर डाल सकता है। अगर इस कार्य में कोई टेंडर मैनेज करने का सिस्टम है तो फाइल मंगवाकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करूंगा। 
मुन्नालाल कुशवाह नपाध्यक्ष शिवपुरी