
पिछले कुछ महीनो से मधुमक्खियों के बॉक्स अधिक रूप से लगा दिये गये है जिससे दोपहर मे तो लोग आसानी से निकल जाते है लेकिन शाम होते ही मधुमक्खियों का कहर लागो पर बरसने लगता है। मधुमक्खियों के काटने पर लोग हादसे का शिकार होते है। एसे मे शिवपुरी जाने पर लोगो को परेशानी का सामना करना पड रहा है।
जानकारी के अनुसार बाहर के लोग आकर खेत बालो से संपर्क कर मधुमक्खियों का पालन कर रहे है। ज्यादातर यह देबरीखुर्द, परिच्छा, मारोरा अहीर, सिरसौद पर जगह जगह मधुमक्खियों के बॉक्स लगे है। रोड किनारे पर लगे होने से अब तक कई हादसे हो चुके है। जिनका प्रशासन पर कोई असर नही है।
बिना सुरक्षा जाल के पालन की जा रही है मधुमक्खियों
मामला पोहरी के रोड किनारे इलाकों का है जो कि पालनकर्ताओ द्वारा बडी लापरवाही बरती जा रही है। यहां तक मधुमक्खियों के बॉक्स के उपर एक जाल बिछाया जाता है जिससे लोगो को कोई परेशानी न हो बल्कि खुले मे रोड किनारे मधुमक्खी पाली जा रही है। एसे मे आये दिन बडी दुर्घनाओ का सामना करना पड सकता है।
इनका कहना है
मै पोहरी से शिवपुरी की ओर जा रहा था जब मधुमक्खीओ द्वारा मुझे काटा गया जिससे मेरे हाथ से गाडी छूट गई। हादसा होते होते बच गया।
दीपक सोनी
राहगीर
जब मे शाम को शिवपुरी से बापस गांव लोट रहा था तो अचानक मधुमक्खीओ का हमला हुआ जिससे मेरी बाईक अनियंत्रित हो गई बाल बाल बच गया।
शिशुपाल शाक्य
राहगीर