गोपाल पुरूस्कार: फर्जीवाड़े में जुटे अफसर, शुरू नहीं हो सकी प्रतियोगिता

शिवपुरी। भारतीय नस्ल के गौवंशीय पशुओं को बढ़ावा देने के लिए गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता के नाम पर शिवपुरी में पशुपालन विभाग के अफसर फर्जीवाड़ा करने में लग गए हैं। जिला मुख्यालय पर यह प्रतियोगिता गुरुवार 13 अक्टूबर से एबी रोड स्थित भेड़ फार्म सेंटर पर प्रारंभ होनी थी लेकिन फर्जीवाड़े में लगे अफसरों ने इस प्रतियोगिता का कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया। पशुपालन विभाग के उपसंचालक आरपीएस भदौरिया ने जिला जनसंपर्क विभाग के माध्यम से एक सरकारी प्रेसनोट जारी किया जिसमें 13 से 18 अक्टूबर तक यह प्रतियोगिता कराने की बात कही गई, लेकिन जब कुछ किसान एबी रोड स्थित पशुपालन विभाग के सेंटर पर पहुंचे तो यहां पर सन्नाटा पसरा था। 

इस सेंटर पर न तो प्रतियोगिता को लेकर कोई बैनर लगाया गया और न ही इस सेंटर पर किसानों को सूचना देने के लिए कोई अफसर मौजूद था। बाद में जब अफसरों को फोन लगाए गए तो उनके द्वारा एकाएक बताया गया कि यह प्रतियोगिता अब 16 से 18 अक्टूबर के बीच होगी।

पांच दिन के बिल बनाकर पेमेंट की तैयारी 
गुुरुवार को निर्धारित दिनांक पर प्रतियोगिता शुरू न होने पाने के पीछे विभागीय सूत्रों ने बताया है कि इस प्रतियोगिता के नाम पर टेंट, माइक, किसानों को ठहराने, उनके खाने आदि के फर्जी बिल पांच दिन के लगाकर कुछ अफसर इस सरकारी बजट को ठिकाने लगाने की तैयारी में है। 

बजट ठिकाने लगाने के लिए केवल कागजीकरण के लिए यह प्रतियोगिता पांच दिन के लिए रखी गई लेकिन गुरुवार को इसकी पोल खुल गई। अब अफसर अपने बचाव के लिए इसका समय परिवर्तित होने की बात कहकर बचने की कोशिश कर रहे हैं। 

ब्लॉक स्तर पर भी हुआ फर्जीवाड़ा 
इस प्रतियोगिता को जिले के अलावा ब्लॉक स्तर पर भी आयोजित किया जाता है। इस ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता में भी बजट ठिकाने लगाने का काम किया गया है। 7 से 9 अक्टूबर के बीच कई ब्लॉकों में इस प्रतियोगिता को कागज में आयोजित कर लिया गया और अपने खास किसानों की गायों को चिंहित कर प्रतियोगिता आयोजित करा ली। जिले के आठों ब्लॉकों में इस प्रतियोगिता के नाम पर 12 लाख से ज्यादा का बजट ठिकाने लगाया गया है। 

क्या कहते हैं अधिकारी
हमने एकाएक इसकी तारीख नहीं बदली है। यह प्रतियोगिता 16 अक्टूबर की शाम से होगी। 18 तक इसके रिजल्ट आएंगे। पूर्व में प्रेसनोट कैसे 13 अक्टूबर को जारी हो गया। इस बारे में पता करता हूं। 
आरपीएस भदौरिया
उपसंचालक, पशुपालन विभाग शिवपुरी