
इस सूची में जहां बड़े जिलों में जबलपुर, भोपाल और इंदौर का नाम है वहीं छोटे जिलों में शिवपुरी और पन्ना शामिल हैं। इस उपलब्धि पर पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुर्रेशी ने जिले के पुलिस कर्मियों को बधार्ई दी है।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले में पिछले तीन सालों का रिकॉर्ड यदि देखा जाए तो वर्ष 2016 में शरीर तथा संपत्ति संबंधी अपराध जैसे हत्या, बलात्कार, लूट, गृहभेदन और चोरी की बारदातें कम हुर्ई है। साथ ही हुए अपराधों का निराकरण भी तुलनात्मक रूप से अधिक हुआ है। इसके साथ ही पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवार्ई कर अपराधों की बाढ़ को रोकने का प्रभावी कार्र्य किया है।
वहीं मार्ईनर एक्ट में भी त्वरितता से कार्रवाई कर अपराध नियंत्रण में सफलता हांसिल की है। इसके अलावा पुलिस की संवेदनशीलता से मुखबिर तंत्र मजबूत हुआ है और यह भी अपराध नियंत्रण का एक अहम कारण है। पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुर्रेशी का मानना है कि जनसंवाद कार्र्यक्रम से जनता और पुलिस के बीच की दूरी काफी कम हुर्ई है और इससे कर्ई बड़े मामले ट्रेस हुए हैं जिनमें प्रमुख किन्नर डकैती काण्ड,बैराड़ डकैती चंदा-चदंन गिरोह का सफाया सामिल है।