बलराम जयंती पर किसानों का आह्वान, किसान हितों का ख्याल रखें प्रशासन

शिवपुरी। जिस किसान का अन्न पूरा देश खा रहा है आज वही किसान अपने अधिकारों के लिए जद्दोजहद कर रहा है। भारतीय किसान संघ यह कभी बर्दाश्त नहीं करेगा कि किसानों का का शोषण हो, उसके अधिकारों का हनन हो, यदि मप्र और जिला प्रशासन ने किसानों की समस्याओं का निश्चित समयावधि में हल नहीं निकला तो वह दिन दूर नहीं जब किसान सडक़ों पर उतरकर अपने अधिकारों को मांगने के लिए आएगा। 

यह बात इसलिए हो रही है क्योंकि आने वाले समय में टमाटर की खरीदी होनी है और कृषि उपज मण्डी में किसानों से जबरन 2 की बजाए 7 प्रतिशत आढ़त वसूली जा रही है, किसानों को शोषित किया जा रहा है इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह किसान हितों का याल रखें। 

किसान हितों की यह बात कही भारतीय किसान संघ के प्रांत मंत्री पवन शर्मा भाटी ने जो स्थानीय कालीमाता मंदिर पर आयोजित बलराम जयंती के अवसर पर किसान भाईयों को शुभकामनाऐं देकर उनके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध नजर आए और उन्हेांने किसानों के समक्ष उनकी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया इनके निराकरण की मांग भी किसान भाईयों ने संयुक्त रूप से की। 

बलराम जयंती के शुभारंभ अवसर पर सर्वप्रथम मॉं भारती व बलराम जी के चित्र पर दीप प्रज्जवलन कर माल्यार्पण किया तत्पश्चात बलराम जयंती पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला। मंचासीन अतिथियों में किसान संघ के जिला उपाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव (बंटी), जिला मंत्री ागवत दांगी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन नगर मंत्री राम यादव ने किया। 

बलराम जयंती के अवसर पर जिला उपाध्यक्ष कल्याण सिंह ने कहा कि हमें पुरातन संस्कृति को बनाए रखना होगा, किसानों को आधुनिक समय के हिसाब से नई तकनीकों के बारे में बताना होगा और इसके लिए किसान जागरूक होना आवश्यक है, भारतीय किसान संघ ने हमेशा किसानों के हितों में ना केवल जागरूकता परख कार्यक्रम किए बल्कि किसानों के अधिकारों केा दिलाने के लिए भोपाल और दिल्ली तक धरना प्रदर्शन व आन्दोलन भी किए। 

इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने भी किसान संघ एवं बलराम जयंती पर अपने सारगर्भित उद्बोधनों से किसानों को मजबूत बनाया। इस अवसर पर शिवपुरी तहसील अध्यक्ष शेखर रावत, कोषाध्यक्ष प्रमोद गोस्वामी, कोलारस अध्यक्ष कल्याण दांगी, भरत यादव, रामकृष्ण, कैलाश रघुवंशी, कोकसिंह, बृज रावत, राहुल रावत, चन्द्रभान सिंह, जितेन्द्र बैरागी सहित जिले भर से पधारे दूर-दराज के किसान भाई मौजूद थे।