ग्वालियर। शिवपुरी की बदहाल सड़कों के मामले में हाईकोर्ट पीडब्ल्यूडी की ओर से दाखिल किए गए जवाब से काफी नाराज है। पीडब्ल्यूडी अफसरों ने कोर्ट को बताया है कि शिवपुरी की सड़कों को बनाने में अभी 1 साल और लगेगा। हाईकोर्ट ने इस मामले में एनएचएआई के प्रमुख इंजीनियर को तलब किया है, एवं पूछा है कि जब एनएचएआई एक दिन में 5 किलोमीटर सड़क बना सकती है तो पीडब्ल्यूडी क्यों नहीं।
एडवोकेट विजय तिवारी ने शिवपुरी की सड़कों को लेकर जनहित याचिका दायर की है। याचिका में बताया गया कि शिवपुरी की सड़कें काफी खराब हैं, जिसके चलते लोगों को परेशानी हो रही है। कोर्ट भी आदेश दे चुका है, लेकिन निर्माण में तेजी नहीं आई। इसके बाद कोर्ट कमिश्नर से सड़कों की हालत की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि हालत काफी खराब है। सड़कें अधूरी हैं। छोटी-छोटी सड़कें भी पूरी नहीं हुई हैं। इसके बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से बताया गया कि अभी काम पूरा होने में एक साल का वक्त लगेगा।
इस जवाब को लेकर हाईकोर्ट ने नाराजगी व्यक्ति की। शिवपुरी की सड़कों का कितने समय में निर्माण होना था, वास्तविक समय जानने के लिए एनएचएआई के इंजीनियर से राय मांगी है। इसलिए असिस्टेंट सॉलिसीटर जनरल विवेक खेकड़कर को आदेश दिया है कि 31 अगस्त को इंजीनियर को सुनवाई के दौरान मौजूद रखें।