शिवपुरी। बीते रोज कोलारस अस्पताल के कोने से प्राप्त हुई एक दिन की नवजात बालिका के माता पिता की खोज बालकल्याण समिति ने शुरू कर दी है, हालांकि शिशु गृह ने उक्त बच्ची का नाम निहाल रखा है। उसके स्वास्थ्य की देख भाल हेतु उसे जिला अस्पताल की एसएनसीयू यूनिट में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत सुधर रही है।
जानकारी के अनुसार कल सुबह 10 बजे मोहरा निवासी दीवान सिंह अपनी माँ रमा के स्वास्थ्य को दिखाने के लिए कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र गया। माँ का इलाज कराने के बाद जब वह वापस लौट रहा था तो उसने देखा कि अस्पताल के एक कौने में बड़ी नाली के किनारे नवजात बालिका बिलख-बिलख कर रो रही थी और उसके आसपास कोई नहीं था। दीवान सिंह ने उक्त बालिका को उठाया और वह अस्पताल में उसे लेकर आया तथा उसने एक-एक से पूछा कि यह बालिका कौन की है, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया।
इस घटना ने कोलारस अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही भी सरेआम देखने को मिली थी। बो तो भला हो दीवान सिंह का अगर दीवानसिंह नही होता तो सुरक्षा के नाम पर लाखों डकारने बाले अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही इस नन्नी जान का जीवन खतम कर देती।
इस पर उसने अस्पताल स्टाफ से बालिका को देने की पेशकश की, लेकिन स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए। इस पर दीवान सिंह अपनी गाड़ी से लेकर उक्त बालिका को शिवपुरी में शिशु गृह में लाया। बालिका की मोहनी सूरत देखकर सभी आनंदित हो उठे और इस पर तुरत-फुरत बालिका का नाम भी निहाल रख दिया गया।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन को जब यह जानकारी मिली तो वह शिशुगृह पहुंचे और उन्होंने उक्त बालिका को स्वास्थ्य लाभ हेतु एसएनसीयू में भर्ती कराने का आदेश दिया। श्री जैन ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता रीतेश जैन और उनके एक अन्य सहयोगी को अधिकृत किया गया है कि पहले वह कोलारस जाकर बालिका के माता पिता की खोजबीन करें।
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