विज्ञापन नीति के विरोध में मप्र पत्रकार संघ ने सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। डीएव्हीपी की विज्ञापन नीति के विरोध में आज म.प्र. पत्रकार संघ के बैनर तले प्रधानमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन कलेक्टर राजीव दुबे को सौंपा गया। जिसमें प्रधानमंत्री से मांग की गई है कि स्वयं हस्तक्षेप कर  विज्ञापन नीति में बदलाव करायें। 

गौरतलब है कि ऑल इंडिया स्मॉल एण्ड मीडियम न्यूज पेपर फेडरेशन तथा डीएव्हीपी नीति विरोधी मंच यूपी, अखबार बचाओ मंच दिल्ली एवं मध्यम समाचार पत्रों के प्रकाशकों एवं उनके संगठनों के साझा मंच के माध्यम से डीएव्हीपी द्वारा की जा रही दमनात्मक एवं हिटलरशाही नीति का पुरजोर विरोध किया जा रहा है। 

बताना मुनासिब होगा कि भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा 15 जून 2016 को डीएव्हीपी की वेबसाइट पर बिना समाचार पत्र प्रकाशकों की सहमति के या सुझाव विचार विमर्श के विज्ञापन नीति 2016 को लागू कर दिया गया है, जबकि वर्ष 2018 तक सभी समाचार पत्रों का डीएव्हीपी से अनुबंध है। 

मध्य प्रदेश पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष अशोक अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद भार्गव, डॉ. रामकुमार शिवहरे का कहना है कि डीएव्हीपी की विज्ञापन नीति लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के खिलाफ है और उन्हें समाप्त करने का षड्यंत्र है। इस कारण हम इस नीति का पूर्ण रूप से विरोध करते हैं। 

यह नियम सिर्फ चंद बड़े समाचार पत्रों के इशारे पर डीएव्हीपी द्वारा लागू किया जा रहा है ताकि देश भर में स्थानीय समाचार पत्रों का अस्तित्व समाप्त हो सके और वह इसकी आड़ में भरपूर विज्ञापन प्राप्त कर सके। पूर्व में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी समाचार पत्रों के विज्ञापन पर रोक को अमान्य माना था, इसके बावजूद डीएव्हीपी को यह गलत नियम बनाने की क्या आवश्यकता पड़ी। डीएव्हीपी की इस विज्ञापन नीति से देशभर के लघु एवं मझोले समाचार पत्र बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे। 

ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से अनुरोध किया गया है कि आप स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप कर तत्काल प्रभाव से विज्ञापन नीति को वापिस कराने का निर्देश जारी करें जिससे देश के लघु एवं मझोले समाचार पत्रों का अस्तित्व बच सके। ज्ञापन सौंपने वालों में वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद भार्गव, अशोक कोचेटा, डॉ.रामकुमार शिवहरे, अशोक ठाकुर, वीरेन्द्र वशिष्ठ, बृजेश तोमर, अशोक अग्रवाल,ललित मुदगल, अतुल गौड़, धु्रव शर्मा, रोहित मिश्रा, राजकुमार शर्मा, विजय शर्मा, के.के. चौबे,संजय पंडित, विजय चौकसे, लालू शर्मा,बृज दुबे, सतेन्द्र उपाध्याय,इस्लाम शाह, राहुल रावत, वीरेन्द्र चौधरी, प्रदीप तोमर मोन्टू,मनोज रजक, यशपाल खन्ना सहित कई वरिष्ठ पत्रकार शामिल थे।