
गौरा टीला पुल डूब गया है और पुल पर छह फीट पानी ऊपर बह रहा है। एक दर्जन गांवों का जिला मु यालय से संपर्क टूट गया है। समाचार लिखे जाने तक जिले में वर्षा का क्रम अनवरत रूप से जारी है और आसमान पर बादल तने हुए हैं।
कल दोपहर से अचानक शिवपुरी जिले में मानसून पूरे उफान पर आ गया। शिवपुरी में रूक-रूक कर शाम तक वर्षा होती रही। शाम आठ बजे तक तीन बार आधा-आधा घंटे जोरदार बरसात हुई। इस बरसात में नाले उफन पड़े और नालों का मलबा सडक़ पर आ गया।
यह भी स्पष्ट हो गया कि शिवपुरी में नाला सफाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। यहां तक कि अतिक्रमण का मलबा भी नाले से नहीं हटाया गया है जिससे जनता की मुसीबतें बरसात में बढऩा तय है। कल दोपहर हुई बरसात से कोर्ट रोड पर चारों ओर पानी ही पानी हो गया। दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। यही स्थिति प्रायवेट बस स्टेण्ड क्षेत्र में देखने को मिली।
सैकड़ों घरों में पानी भर गया और बरसात के कारण बहुत से लोग रातभर सो नहीं सके। सीवेज लाइन के कारण हुई खुदाई बरसात में कीचड़ में तब्दील हो गई है और कई कॉलोनियों में रास्ता पूरी तरह अवरूद्ध हो गया है। जिले में यूं तो हर ब्लॉक में बरसात हुई है, लेकिन सबसे अधिक बरसात कोलारस ब्लॉक में देखने को मिल रही है।
24 घण्टे में 42.1 मि.मी. औसत वर्षा हुई
जिले में चालू मानसून सत्र में अभी तक 178.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। 01 जून 2015 से 05 जुलाई 2015 तक 108.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई थी। जबकि जिले की 816.3 मि.मी. औसत सामान्य वर्षा है। जिले मे 24 घण्टे के दौरान 42.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख जिला शिवपुरी से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में 01 जून 2016 से अभी तक 178.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिसमें शिवपुरी तहसील में 181 मि.मी., कोलारस में 290 मि.मी., करैरा में 124.3 मि.मी., नरवर 163 मि.मी., पिछोर में 221 मि.मी., खनियांधाना में 75 मि.मी., पोहरी में 153 मि.मी. तथा बदरवास में 220 मि.मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई।