जल क्रांति ने किया सिंध जलावर्धन योजना का अवलोकन, कहा रफ्तार कम है

शिवपुरी। शहर की भीषण जल समस्या के निदान हेतु वर्ष 2009 में सिंध जल परियोजना आर भ हुई जो 2011 में पूरी होनी थी, परन्तु अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के चलते 2015 तक उक्त योजना पूरी न हो सकी और बंद हो गई।

इस बंद हो चुकी योजना को पुन: आर भ कराने के लिए पब्लिक पार्लियामेंट के आह्वान पर शिवपुरी की जनता द्वारा पिछले वर्ष 16 जून 2015 से 10 जुलाई 2015 तक जल क्रांति सत्याग्रह आंदोलन चलाया गया जिसके फलस्वरूप शासन और प्रशासन ने जनता के आक्रोश को देखते हुए इस बंद पड़ी योजना को पुन: आरंभ करने का निर्णय लिया और 6 माह में कार्य पूर्ण होने का आश्वासन दिया।

इसके पश्चात भी काफी समय तक कार्य आर भ नहीं हुआ तो पब्लिक पार्लियामेंट के सदस्य समय-समय पर कलेक्टर और सीएमओ से मिलने लगे जिससे कहीं-कहीं थोड़ा-बहुत कार्य आर भ कर दिया और योजना के क्रियान्वयन हेतु कई बैठकें जिला व प्रदेश स्तर पर चलती रहीं।

जब 6 माह व्यतीत हो जाने पर भी कार्य नियमित रूप से प्रारंभ नहीं हुआ तो 28 अप्रेल 2016 को पब्लिक पार्लियामेंट के लगभग 50 सदस्यों ने सीएमओ का घेराव किया और 7 दिवस में कार्य आर भ न होने की स्थिति में पुन: आंदोलन करने की चेतावनी दी, जिसके तत्काल परिणाम स्वरुप सीएमओ ने उच्च अधिकारियों को भोपाल फोन किया और उन्होंने वहाँ से दोशियान कंपनी के साथ पूरक अनुबंध के प्रपत्र फैक्स द्वारा भेजकर कार्य अति शीघ्र आर भ होने की बात कही।

वर्तमान में सिंध जलावर्धन योजना एक बार पुन: चालू होने के बाद वो र तार नही पकड़ पाई जिसकी इस शहर को उम्मीद थी। 

मौके का अवलोकन कर पब्लिक पार्लियामेंट के सदस्यों ने पाया कि पूरे पार्क क्षेत्र में कुछ लेबर काम कर रही थी और जिस र तार से काम होना चाहिए था, वह नहीं हो रहा है। कारण खोजने पर पता चला कि दोशियान कंपनी द्वारा स्थानीय ठेकेदारों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस समस्या के निराकरण हेतु पब्लिक पार्लियामेंट दोशियान कंपनी से बात करने का प्रयास करेगी और आगे इस योजना में कोई रुकावट न आए इसके लिए प्रत्नशील रहेगी।