प्रभात झा अपने झूठे वक्तव्य के लिए तुरंत माफी मांगे: काग्रेस

शिवपुरी। राज्यसभा सांसद एवं भाजपा नेता प्रभात झा द्वारा गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया के वक्तव्य के संदर्भ में झूठा बयान दिए है। जिनके खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने प्रभात झा को चेतावनी दी है कि वे अपने झूठे बयान के लिए श्री सिंधिया से तुरंत माफी मांगे अन्यथा उनके खिलाफ  तीव्र मुहिम प्रारंभ की जाएगी।

जानकारी के अनुसार गुना में प्रभात झा ने श्री सिंधिया द्वारा लोकसभा में दिए गए भाषण को गलत एवं झूठे रूप में प्रस्तुत किया था। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह से सफेद झूठ बोलकर श्री झा मोदी सरकार की असलफताओं को छिपा नहीं सकते हैं। पिछले दो वर्ष के केंद्र सरकार के कार्यकाल को देखकर देश की जनता अच्छी तरह से समझ गई है, कि अच्छे दिनों का नारा देकर सत्ता में आने वाली ये सरकार किस तरह से बुरे दिन लाने वाली सरकार साबित हो रही है। 

महंगाई की क्या स्थिति है, विदेशनीति की क्या स्थिति है? सभी मोर्चों पर ये सरकार असफल सिद्ध हो रही है। इसलिए मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए झूठ का सहारा लेना भाजपा के नेताओं को बंद करना चाहिए। इनका चरित्र रहा है कि झूठ बोलो, जोर से बोलो और बार-बार बोलो। इसी नीति पर चलते हुए।

भाजपा सांसद प्रभात झा ने श्री सिंधिया के वक्तव्य के संदर्भ में झूठ बोला और जनता को भ्रमित करने का असफल प्रयास किया। लोकसभा में कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के दर यान श्री सिंधिया ने जिस चर्चा एवं संवाद की बात की, जिसके लिए स्वयं गृहमंत्री ने धन्यवाद देकर सराहना की, उसको जिस तरह से सफेद झूठ के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया, यदि श्री झा या किसी अन्य को किसी प्रकार का भ्रम है। तो वह श्री सिंधिया के मूल वक्तव्य को लोकसभा की बेवसाइट पर ऑनलाइन भी देख सकता है एवं मीडिया के अवलोकनार्थ इस वक्तव्य के साथ भी वह मूल स्वरूप में संलग्न है।

बेहतर होता कि प्रभात झा अपने नेता श्री मोदी जी पूछते कि कश्मीर की स्थिति विगत् दो वर्षों में इतनी विषम क्यों हो गई है? पाकिस्तान को लेकर मोदी सरकार की कूटनीतियां हर प्रकार से विफल सिद्ध हुई हैं। शायद प्रभात जी इस विषय पर जान-बूझकर अनभिज्ञ बनने की कोशिश कर एक असत्य बात को सत्य के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। प्रभात झा अब कश्मीर पर आपके जो भी सवाल हैं उनका उत्तर आपकी सहयोगी महबूबा ही दे सकती हैं।