
जानकारी के अनुसार ग्राम पगारा में मृतक और बीमार आदिवासियों ने उन हेडपंपों के पानी का सेवन किया। जिनमें ग्रीष्म ऋतु में जल स्तर घट जाने के कारण पानी नहीं था, लेकिन बदरवास विकास खण्ड में हो रही तेज बारिश से इन हेण्डपंपों में पानी आ गया और इन्हीं हेण्ड पंपों के पानी का सेवन आदिवासी परिवारों ने किया।
बताया जाता है कि पहली मौत परसो रात जबकि दूसरी मौत कल और तीसरी मौत आज हुई। ग्रामीणों ने बताया कि दूषित पानी पीने के बाद प्रभावित आदिवासियों को उल्टी और दस्त की बीमारी ने घेर लिया और धीरे-धीरे उनकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि एक-एक कर तीन आदिवासी महिलाओं ने दम तोड़ दिया। कोलारस एसडीएम आरके पाण्डे ने मृतक महिलाओं के परिजनों को अंतिम संस्कार हेतु तीन-तीन हजार रूपए की आर्थिक मदद शासकीय कोष से की है।
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