काग्रेंस का हल्लाबोल: कलेक्टर नही मिले तो भडके काग्रेसी, दिया धरना फैके पत्थर, लगी धारा 144

शिवपुरी। शिवपुरी की जन समस्याओं को लेकर कांग्रेस द्वारा आयोजित हल्ला बोल प्रदर्शन आज नाट्कीय घटनाओं से भरा पूरा रहा। अच्छीखासी रैली के बीच कांग्रेसियों ने भीड़ भी अच्छी जुटाई लेकिन जब वह ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन लेने के लिए कलेक्टर के स्थान पर जब अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर और एसडीएम रूपेश उपाध्याय आए तो कांग्रेसी भडक़ उठे और कलेक्टर की अनुपस्थिति को उन्होंने अपना अपमान बताते हुए कलेक्ट्रेट के बाहर रिमझिम बारिश और जोरदार नारेबाजी के बीच धरना देना शुरू कर दिया। 

मामूली पथराव भी हुआ और एक-एक पत्थर एडीएम नीतू माथुर और एसडीएम रूपेश उपाध्याय को लगा। कलेक्टर के न आने पर कांग्रेसियों ने गिर तारी की पेशकश की इसके बाद एडीएम नीतू माथुर ने धारा 144 लगा दी ताकि इसके उल्लंघन के आरोप में कांग्रेसियों की गिर तारी हो सके।

लेेकिन कांग्रेसी जब गिर तारी देने जा रहे थे तो विधायक रामनिवास रावत ने गिर तारी के तरीके पर आपत्ति खड़ी कर दी, लेकिन इसके बाद कांग्रेसियों ने गिर तारी दे दी।

जानकारी के अनुसार कांग्रेसियों ने आज शिवपुरी जिले की जन समस्याओं के निदान हेतु हल्लाबोल प्रदर्शन आयोजित किया था। इस प्रदर्शन में भाग लेने के लिए जिले भर के कांग्रेसी आए थे। वहीं विजयपुर विधायक रामनिवास रावत और सांसद सिंधिया के निज सचिव हरि सिंह नरवरिया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। 

आज हो रही बारिश के कारण कांग्रेस का प्रदर्शन प्रभावित हुआ और प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी का कहना है कि जिस तादात में उनको भीड़ की अपेक्षा थी वह टारगेट बरसात के कारण पूरा नहीं हो सका। लेकिन इसके बाद भी प्रदर्शन में ढाई तीन हजार लोग शामिल थे। बरसात के बीच कांग्रेस ने जोरदार नारेबाजी के बीच कांग्रेस कार्यालय से रैली निकाली। 

नगर के प्रमुख मार्र्गो से होती हुई रैली जब कलेक्ट्रेट कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए पहुंची तो वहां विदित हुआ कि कलेक्टर शिवपुरी में नहीं है और वे बरसात होने के कारण राहत कार्य में भाग लेने के लिए गए हैं। इस पर कांग्रेसी आक्रोशित हो उठे और कांग्रेसियों ने कहा कि आज सुबह 10 बजे तक तो कलेक्टर यहीं थे। फिर वह क्यों चले गए? प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी का कहना था कि कल ही कलेक्टर राजीव दुबे को सूचित कर दिया गया था। 

विधायक रामसिंह यादव और शकुंतला खटीक का गुस्सा भी सातवे आसमान पर था। दोनों विधायकों ने इसे प्रशासन की असंवेदनशीलता बताया। सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी अमिताभ हर्षी की वेबश प्रतिक्रिया थी कि आज कांग्रेस अपने बुरे दिनों से गुजर रही है तो क्या प्रशासन को ऐसा असंवेदनशील व्यवहार करना चाहिए। 

कांग्रेस नेता वाशिद अली ने तो कहा कि शिवपुरी जिले में आपातकाल लगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर पार्षद आकाश शर्मा आदि उग्र कांग्रेसी जोरदार नारेबाजी लगा रहे थे। ज्ञापन लेने के लिए जब एडीएम और एसडीएम आए तो कांग्रेसियों ने इसे अपना अपमान बताते हुए उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया और कहा कि वह कलेक्टर को ही ज्ञापन देंगे। 

इसके बाद कांग्रेसी वहीं धरने पर बैठ गए। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व पशोपेश में पड़ गया कि आखिर इस विकट स्थिति से कैसे निपटा जाए और कैसे अपनी इज्जत बचाई जाए। कांग्रेस नेता हरवीर सिंह रघुवंशी, वाशिद अली, अमिताभ हर्षी आदि नम्र कांग्रेसी एसडीओपी जीडी शर्मा के पास पहुंचे और उन्होंने गिर तारी की पेशकश करते हुए एडीएम से बात करने की बात कही। 

इसके बाद उक्त कांग्रेसी एडीएम नीतू माथुर के कार्यालय पहुंचे जहां एडीएम ने उन्हें बताया कि एक पत्थर उन्हें भी लगा है। इस पर कांग्रेसियों ने दलील दी कि कांग्रेस को बदनाम करने वालों का यह काम है। यहां वाशिद अली ने एडीएम नीतू माथुर से कहा कि या तो आप कलेक्टर को यहां ज्ञापन लेने के लिए बुलबाईये या फिर हमारी गिर तारी कराई जाए। 

कांग्रेसियों ने यहां तक कहा कि विधायक रामनिवास रावत और श्री नरवरिया यहां आए हुए हैं। कम से कम उनकी इज्जत का ध्यान रख यह पूरा मामला निपटाया जाए। कांग्रेसियों के जाने के बाद एडीएम माथुर ने धारा 144 लगाने का लिखित आदेश जारी किया और एसडीओपी जीडी शर्मा को कांग्रेसियों की गिर तारी करने का निर्देश दिया।