
बताया गया है कि शहर में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान से नगर पालिका अधिकारी और कर्मचारी पल्ला झाडऩे में जुट गए हैं। यहीं कारण है कि आज मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार एक पेशी में हाईकोर्ट गए तो आज अभियान संचालित नहीं हुआ। जबकि इसके पहले तो सीएमओ रणवीर कुमार बिना सूचना दिए चले गए थे तब भी अभियान नहीं रूका। लेकिन आज अभियान नहीं चलने से आशंका है कि इस अभियान के आड़े में कोई बड़ा गतिरोध है। उच्च स्तरीय राजनैतिक दवाब भी शुरू हो गए हैं जिससे नपा प्रशासन दहशत में नजर आ रहा है।
दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को आधे अधूरे मन से नगर पालिका ने अभियान शुरू किया। कल सुबह जैसे ही चन्द्रा कॉलोनी से अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू हुई तो प्रशासन ने देखा कि मौके पर एक छोटी हिटैची है जो कि नाले के भीतर जाकर अतिक्रमण हटाने में सक्षम नहीं थी। इस पर राजस्व अधिकारियों ने नगर पालिका के अधिकारियों पर आंखें तरेरी तो एक बड़ी मशीन आनन फानन में बुलाई गई।
राजस्व अधिकारियों का कहना था कि आज 4 स्थानों पर अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया जाना था, लेकिन नपा प्रशासन संसाधनों का इंतजाम नहीं कर पाया। नपा अधिकारियों ने यह कह कर हाथ खड़े कर दिए कि हिटैची और फोकलेन मशीन किराए पर उपलब्ध नहीं हो रही। अतिक्रमण विरोधी अभियान में नपा प्रशासन पर पक्षपात के आरोप भी उछलने लगे। जिससे यह पूरा अभियान अब खटाई में पड़ता हुआ नजर आ रहा है।
भाजपा नेता राठौर ने नपा प्रशासन पर लगाये पक्षपात के आरोप
भाजपा नेता और पिछले नपा चुनाव में अध्यक्ष पद पर चुनाव में खड़े हुए हरिओम राठौर ने इस अभियान के दौरान नपा प्रशासन पर पक्षपात के आरोप लगाये। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि शहर और नालों के किनारे हो रहे अतिक्रमणों को छोडक़र नपा प्रशासन मनियर में रहने वाले गरीबों को निशाना बना रही है और उन्हें अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी कर दिए गए हैं।
यही नहीं अतिक्रमण में निशान भी पक्षपात पूर्ण तरीके से लगाए जा रहे हैं। श्री राठौर ने बताया कि मनियर में अधिकांश गरीब लोग निवास करते हैं जिन्होंने अपने गाड़े पसीने की कमाई से जैसे तैसे अपना घरोंदा बनाया है, लेकिन अभियान में उन्हें गलत तरीके से उजाडऩे की तैयारी की जा रही है और नपा प्रशासन राजस्व महकमे को अंधेरे में रखे हुए हैं।