'डी कंपनी' के डायरेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश

शिवपुरी। प्रभारी मंत्री कुसुम मेहदेले के सामने शिक्षकों को देश का गद्दार और सिमी कार्यकर्ता बताने वाले ​डीपीसी शिरोमणि दुबे के खिलाफ जांच के आदेश जारी हो गए हैं। इसी के साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे संयुक्त कर्मचारी संघ ने अपना धरना स्थगित कर दिया है। हालांकि यह जांच डीपीसी की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के संदर्भ में शुरू हुई है। पुलिस विभाग की ओर से अभी कोई जांच शुरू नहीं हुई है। 

शिवपुरी में कर्मचारियों को देशद्रोही बताने के विरोध में डीपीसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर संयुक्त कर्मचारी संघ की ओर से धरना दिया जा रहा था। अपर कलेक्टर ने आज जारी आदेष में कहा है कि डीपीसी षिरोमणि दुबे द्वारा शासकीय सेेवकों से किये जा रहे अभद्र व्यवहार पर उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त करने सहित 14 सूत्रीय ज्ञापन संयुक्त मोर्चा कर्मचारी संघ ने दिया है। इस ज्ञापन में वर्णित आरोपों की जॉच एसडीएम करें साथ ही की गई कार्यवाही से सात दिवस में कलेक्टर को अवगत करायें। प्रशासन ने इस पत्र की प्रति संयुक्त मोर्चा कर्मचारी संघ को भी दी है। 

संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने प्रशासन की इस कार्यवाही पर संतोष जताते हुये फिलहाल यहां चल रहे धरने को स्थगित करने का निर्णय लिया है। कर्मचारी संयुक्त मोर्चा का कहना है कि यदि सात दिवस में न्यायोचित कार्यवाही सामने नही आई और डीपीसी की प्रतिनियुक्ति समाप्त नही की गई तो कर्मचारी इस जॉच प्रतिवेदन की समीक्षा उपरांत आगामी कदम उठायेंगे। 

संयुक्त मोर्चा के दूसरे दिन धरने पर संघ के संरक्षक चन्द्र शेखर शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा जॉली प्रांतीय महामंत्री, अशोक शर्मा जिलाध्यक्ष राजपत्रित अधिकारी संघ, राजेन्द्र पिपलौदा जिलाध्यक्ष कर्मचारी कांग्रेस, रसीद खांन साबिर जिलाध्यक्ष, रोहिणी अवस्थी, जिलाध्यक्ष प्रधान अध्यापक संघ, कमलकांत कोठारी, दुर्गा प्रसाद ग्वाल, राजू गर्ग, धमेन्द्र रघुवंशी, देवेन्द्र बिरथरे, शिवम पुरोहित, अतरसिंह धानुक, हुकुम सिंह राजे, मनोज भार्गव, अफाक अहमद, राजेन्द्र जैन आदि उपस्थित थे।