
डिप्टी कलेक्टर एवं परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण रूपेश उपाध्याय ने मु य नगर पालिका अधिकारी शिवपुरी को भेजे गए पत्र में निर्देश दिए गए है। वर्षा ऋतु में अति वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर नगर में आवश्यक कदम उठाए जाए।
उन्होंने निर्देश दिए है कि नगर पालिका में उपलब्ध फायर बिग्रेड वाहन चालू अवस्था में रखी जाए और उस पर कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जाए। नगर पालिका कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना कर कर्मचारियों को भी तैनात किया जाए। उक्त नियंत्रण केन्द्र का टेलीफोन न बर, प्रभारी अधिकारी का नाम, शहर के मु य स्थानों पर एवं पुलिस कंट्रोल रूम एवं एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय में भी अंकित कराया जाए।
जिससे आपदा के दौरान सूचना प्राप्त होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि नगर के ऐसे क्षेत्र एवं स्थान जहां वर्षा ऋतु में पूर्व में पानी भरने एवं बाढ़ की स्थिति निर्मित हुए उन स्थानों को चिहिंत कर जिला शहरी विकास अभिकरण को सूची उपलब्ध कराई जाए और इन स्थानों पर विशेष निगरानी एवं सर्तकता बरती जाए।
उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में बचाव कार्य हेतु कंट्रोल रूम पर बीस सर्च लाईट, 50 फूट, 50नग मजबूत रस्सा, 50 नग ट्यूब और पानी निकालने हेतु पांच नग डीजल प प की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही बचाव स्थल तक जान के लिए वाहन चालू स्थिति में कंट्रोल रूम पर मय स्टाफ के रखा जाए तथा आवश्यक उपकरणों के रूप में क्रेन जेसीबी, ट्रेक्टर ड फर सभी वाहन चालू अवस्था में रखे जाए। जिससे आवश्यकता होने पर त्वरित बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि शहर के ऐसे मकान, जो जीर्णशीर्ण अवस्था में अति वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हो सकते है, उन मकानों का सर्वे काराकर नगर पालिका अधिनियम एवं शासन आदेशानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। बाढ़ से प्रभावित होने वाले व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर रखे जाने के लिए राहत के पो के स्थल का चयन भी करें।