प्राईवेट लिमिटेड की तरह नपा का संचालन कर रहे है मुन्ना

शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी को अध्यक्ष एवं अध्यक्ष पुत्र प्राईवेट लिमिटेड कंपनी की तरह संचालित कर रहे हैं। टेंडर प्रक्रिया में सारे नियम कानूनों को ताक पर रखते हुए निविदा प्रक्रिया में हेराफेरी कर अपने चहेतों को कार्य दिया जा रहा है। उक्त शिकायत नगर पालिका के एक दर्जन से अधिक ठेकेदारों ने मु यमंत्री से लेकर सीएमओ तक की है। उन्होंने मांग की है कि वर्ष 14-15, 15-16 में विद्युत सप्लाई निविदा प्रक्रिया में हेराफेरी कर करोड़ों रूपए अपने चहेतों को अवैध रूप से कमाई के रूप में दे दिए गए हैं। 

ठेकेदारों द्वारा की गई शिकायत में कहा गया है कि शिवपुरी नगर पालिका परिषद द्वारा ऑनलाईन टेण्डर क्रमांक 17384, 17748, 17750,17753,17754, जारी किया गया है। जिसमें निविदा की शर्तो में शासन के प्रावधानों के प्रतिूल जाकर मनमानी शर्ते अधिरोपित की जाकर अपने चहेतों एवं कमीशन देने वाले ठेकेदारों के नाम निविदा जारी करने हेतु अवैधानिक प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

जिसके प्रमाण नि न प्रकार है। यह कि टेण्डर जिसमें जीआई सामग्री में प्रकाश सूर्या एवं सिद्धार्थ नामक कंपनी का पाइप मांगा गया है। जबकि विगत कई वर्षो से सिद्धार्थ कंपनी द्वारा पाइप का उत्पादन बंद कर दिया गया है। शासन द्वारा वर्ष 2012 के आईएसएसआर में उक्त ऐसी किसी भी कंपनी का उल्लेख नहीं किया गया है। शासन के आदेशानुसार निविदा में केवल स्पेसिफिकेशन एवं क्वालिटी का लेख किया जाना होता है ना कि कंपनी का उक्त सामग्री देने हेतु पंजीकृत ठेकेदारों जो म.प्र. शासन द्वारा अधिकृत होते है, को आमंत्रित किया जता है ना कि अधिकृत विक्रेताओं को यहां यह उल्लेखनीय है कि यदि नगर पालिका परिषद शिवपुरी को उक्त कंपनी के पाईप की आवश्यकता है तो वह सीधे कंपनी को ही निविदा आमंत्रित क्यों नहीं करती है। 

इसका कारण कंपनी द्वारा कमीशन भुगतान नहीं किया जाता है। जबकि कार्यपाल यंत्री नगरीय प्रशासन द्वारा सीएमओ को प्रेषित पत्र क्र./या.प्र./ग्वा चं. सं/16/528 दिनांक 4.6.2016 में यूएडीी के आईएसएसआर 10 मई 2012 के प्रावधानों का पालन करना सुनिश्चित किया गया है। उक्त प्रावधानांतर्गत किसी भी कंपनी विशेष का नाम निविदा में लेख ना किया जाकर केवल तकनीकी बिन्दुओं के आधार पर ही निविदा जारी की जाएगी। 

परंतु उक्त निविदाओं में क्रॉ पटन, किर्लोस्कर, एवं केएसबी मात्र तीन कंपनियों का नाम एवं विद्युत सामग्री सप्लाई की निविदा में अनिकेत, रूवीकोन, फिनोलेक्स एवं जीआई फिटिंग की निविदा में सिद्धार्थ प्रकाश, सूर्या आदेश कंपनी एवं इसी के नाम स्पष्ट अवैधानिक रूप से लेख किया जाकर, प्रतिस्पर्धा को समाप्त किया जाकर गंभीर अनियमितता अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के दुराशय से भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार कारित किया जा रहा है। 

जबकि उक्त निविदा जारी किए जाने के पूर्व ही अधिकारियों द्वारा अपने चहेतों को उक्त कंपनियों के बारे में अवगत कराया दिया गया था। जिनके द्वारा उक्त कंपनियों से सांठगांठ की जाकर पूर्व से ही अधिकृत विके्रता का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाकर अन्य किसी फर्म अथवा व्यक्ति को शिवपुरी नगर पालिका  परिषद हेतु अधिकृत विके्रेता का सर्टिफिकेट प्रदाय नहीं किया जा रहा है। 

जो प्रतिस्पर्धा समाप्त होने का मूल कारण होकर भ्रष्टाचार का व्यापक उदाहरण है। यद्यपि जब एक व्यक्ति अथवा फर्म जो पूर्वनियोजित है निविदा की पक्षपातपूर्ण शर्तो में खरी उतरेगी। तब उसके स मुख अन्य कोई प्रतिस्पर्धा न होने से मनमाने ढंग से भुगतान प्राप्त करेगा। जिससे शासन को गंभीर आर्थिक क्षति का सामना करना होगा। शासन के प्रावधानुसार टेण्डर के में कंपनियों के नाम न लिखते हुए तकनीकी मापदण्डों के आधार निविदा जारी किया जाना प्रस्तावित है।