अतिक्रमण: जलसंरचना को छोड़ प्रशासन पहुंचा पोहरी रोड

शिवपुरी। शहर में बीते तीन दिनों तक थमी अतिक्रमण हटाओ मुहिम आज पोहरी बस स्टेण्ड क्षेत्र में केन्द्रित हो गई। यहां मकान और दुकान बनाकर रहने वाले तथा रोजगार करने वाले लोगों को हिदायत दी गई कि रोड़ सेंटर से 60 फुट दोनों ओर से स्थान खाली कर दिया जाए। 

एनजीटी ने प्रशासन को आदेश दिये थे कि शहर में जलसंरचना की रक्षा के लिए शहर के ताल, तलैया व नालों पर हो रहे अतिक्रमण को मुक्त कराया जाये पर प्रशासन ने एनजीटी के आदेशों की आड़ लेकर शहर के व्यापारीयों को निशाना बनाते हुए अतिक्रमण तोड़ दिये इससे पूरे इलाके में हडक़ंप की स्थिति निर्मित हो गई है। 
आज पोहरी बस स्टेण्ड से दुर्गादास राठौर चौराहे तक सैकड़ों निर्माण कार्य अतिक्रमण की हद में आ गए हैं। इस इलाके में 10 फिट से लेकर 28 फिट तक अतिक्रमण तोड़ा जाएगा। बहुत से लोगों की तो दुकान और मकान पूरी तरह साफ हो गए हैं। नगर पालिका के अमले ने दोनों ओर बने मकानों और दुकानों पर लाल निशान से मार्किंग कर दी है। 

अतिक्रमण की चपेट में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भरत रावत और पूर्व पार्षद हरि सिंह कुशवाह सहित अनेक लोग आये हैं। जिससे वहां के निवासियों की दिल की धडक़नें तेज हो गई हैं। पूर्व पार्षद श्री कुशवाह ने अपने नवनिर्मित कॉम्पलेंक्स को तोडऩा शुरू कर दिया है। वहीं कुछ अन्य लोगों ने भी अपने मकानों को तोडऩा शुरू कर दिया है। 

आज दोपहर लगभग 12 बजे नगर पालिका के सब इंजीनियर आरडी शर्मा सहित आरआई पूरन कुशवाह अपने अमले के साथ नवीन बस स्टेण्ड क्षेत्र में पहुंचे जहां सड़क़ के मध्य से दोनों ओर 60-60 फिट जगह नापी गई जिसमें दोनों ओर मौजूद दुकानें और मकान को अतिक्रमण मानकर उन पर लाल चिन्ह लगाए इसके बाद मुनादी पिटवाई गर्ई कि अतिक्रामक अपने अतिक्रमण स्वयं हटा लें अन्यथा नगर पालिका उन्हें मशीन से तोड़े देगी। 

जिसका हर्जा खर्चा स्वयं अतिक्रामक को वहन करना पड़ेगा। मुनादी पिटते ही पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई और लोगों की धडक़नें तेज हो गई। मकानों में मौजूद बच्चे, बूढे और जवान घरों से निकल कर बाहर आ गए। कोई रजिस्ट्री होने की बात कहता तो कोई अपने वैध कागजों का हवाला देता, लेकिन नपा प्रशासन ने किसी की भी नहीं सुनी और अतिक्रमण मानते हुए वहां लाल चिन्ह लगा दिए।