
जानकारी के अनुसार जिले के करैरा थाना क्षैत्र से 8 फरवरी को पीडि़त युवती प्री बोर्ड की परीक्षा देने के लिए सुबह घर से निकली थी, लेकिन वह रात तक वह घर वापस नहीं पहुंची, परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। जिससे परेशान होकर परिजन थाने पहुंचे और युवती के गायब होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी। जिस पर पुलिस ने गुमसुदगी दर्ज कर मामले से इतिश्री कर ली।
अपहरण के बाद पीडि़त युबती को लेकर लखनऊ चले गए और वहॉ पर आरोपी राजेश ने जबरदस्ती युबती के साथ शादी कर लगातार बलात्कार की घटना को अंजाम दे डाला। युबती की चीख पुकार चार दीवारी में बंद होकर रह गई बही करैरा पुलिस हाथ पर हाथ धरें बैठी रही।
युबती के परिजन इसके चलते न्याय के लिए दर दर की ठोकरे खाते रहे और करैरा पुलिस हाथ पे हाथ धरे बैठी रही। बीते 20 जून को पिता के मोबाइल पर बेटी का फोन आया की में लखनऊ में हूँ और मेरा अपहरण करके लाया गया है।
युवती के परिजन बताये गए स्थान पर पंहुचें और अपनी बेटी को करैरा लेकर आये जहा पुलिस ने युबती के बयानों में बताया कि आरोपी राजेश अहिरबार ने अपने साथी केबी, बिरजू और ललिता के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और किसी एक अन्य शहर में उसके साथ आर्य समाज मंदिर में उसे डरा धमका कर विवाह कर लिया और उसके साथ लगातार बलात्कार भी किया।
पुलिस ने इस मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 376, 366, 368, 506 का प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया। अगर करैरा पुलिस पहले से सक्रिय हो जाती तो शायद एक युबती बलात्कार से बच जाती।
वही दूसरा मामला हाल ही में करैरा थाना क्षैत्र से एक 18 वर्षीय बालिका के अपहरण का सामने आया है। जिसमें परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस को युवती के अपहरणकर्तायों के नाम बताने के बाद भी पुलिसय कोई कार्यवाही नही कर रही है।
युवती के परिजन एस पी महोदय तक को इस मामले से अबगत करा चुके है पर आज दिनांक तक पुलिस ने इस मामले में गुमसुदगी के बाद मामले को ठंडे बस्ते में छोड़ दिया है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उक्त मामले में पुलिस एक मोटी रकम आरोपीयों से बसूल चुकी है जिसके चलते कोई कार्यवाही नही करना चाहती।
ने इस मामले में गुमसुदगी के बाद मामले को ठंडे बस्ते में छोड़ दिया है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उक्त मामले में पुलिस एक मोटी रकम आरोपीयों से बसूल चुकी है जिसके चलते कोई कार्यवाही नही करना चाहती।