दूसरा दिन: 15 अतिक्रमण ध्वस्त, रज्जू ने घर जलाने की कोशिश की

शिवपुरी। अतिक्रमण के मामले मेे प्रशासन की दूसरे दिन भी धमाकेदार एंट्री रही। अतिक्रमण के दूसरे दिन प्रशासन ने भाजपा नेता रज्जू गोयल के तीन मंजिला मकान सहित 15 अतिक्रमण जमीदौज कर दिए है। बताया गया है अपनी ईमारत को बचाने के लिए भाजपा नेता रज्जू गोयल ने एडीचोटी को जोर लगाया परन्तु हर तरफ से उन्हे आश्वासन का झुनझुना ही मिला। 

सुबह से ही घटना स्थल पर शुरू हो गई सरगर्मियां 
एबी रोड़ पर हनुमानपुल के नजदीक स्थित राजेन्द्र गोयल के मकान पर सुबह 6 बजे से ही सरगर्मियां शुरू हो गई। 6 बजे उनके निवास स्थान पर भाजपा के नेतागण पहुंचना शुरू हो गए। आधा घंटे बाद अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जीडी शर्मा वहां पहुंचे और उन्होंने श्री गोयल से कहा कि वह बिल्डिंग में से सामान हटा लें, उनका अतिक्रमण टूटेगा। 

श्री गोयल ने सामान निकालने के लिए समयावधि मांगी लेकिन उन्हें इन्कार कर दिया गया। ठीक 5 मिनिट बाद श्री गोयल के बुलावे पर तीन मैजिक वाहन वहां पहुंच गई और उन्होंने सामान निकालना शुरू कर दिया। 6:40 पर तहसीलदार एलके मिश्रा, सुनी प्रवास, नवनीत शर्मा तहसीलदार कोलारस, शिवदत्त कटारे तहसीलदार पोहरी वहां पहुंच गए। 

10 मिनिट बाद पूरी पुलिस फोर्स ने इलाके को घेर लिया और 7 बजे के लगभग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, एसडीएम रूपेश उपाध्याय, एसडीओपी शिवपुरी जीडी शर्मा, एसडीओपी पिछोर एसकेएस तोमर, एसडीओपी अजाक एसकेएस राठौर मौके पर पहुंच गए और उन्होंने व्यवस्थायें जमा ली। प्रशासन को देखकर भाजपा नेता वहां से रवाना हो गए। 

7:15 बजे के लगभग राजेन्द्र गोयल ने एसडीएस उपाध्याय को न्यायालय की डिक्री के कागजात दिखाए। सन् 2005 में एडीजे कोट से पारित उस डिक्री में राजेन्द्र गोयल को अतिक्रमण हटाने से राहत दी गई थी, लेकिन आज उसकी वैधानिकता क्या है, यह स्पष्ट नहीं है। एसडीएम ने डिक्री देखने से इन्कार कर दिया। 

फिर वह सीएमओ रणवीर कुमार के पास गए लेकिन दोनों अधिकारियों का एक ही जवाब था कि अतिक्रमण टूटेगा। इसके बाद प्रशासन ने पूरे इलाके की रस्सा लगाकर घेराबंदी कर ली और भीड़ को हटाना शुरू कर दिया। 7:20 मिनिट पर मौके पर तीन जेसीबी आ गई। इसके बाद बिल्डिंग की लाईट काट दी गई। 7:30 बजे एडीएम नीतू माथुर ने भी मोर्चा संभाल लिया। 

दोपहर तक जारी थी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही
सुबह 7 बजकर 44 मिनिट पर जेसीबी भाजपा नेता श्री गोयल के मकान के पास जा पहुंची और फिर उसने अपने चौड़े पंजों से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। इस मशीन ने दूसरे और तीसरी मंजिल के साथ-साथ ऊपर जाने के लिए बने हुए जीनों को ढहाना शुरू कर दिया। 

40 मिनिट तक इस मशीन के कहर के बाद दूसरी कम चौड़े पंजे बाली फोकलेन मशीन लाई गई और फिर इस मशीन ने बेरहमी से प्रहार करना शुरू किया उस समय अतिक्रामक के चेहरे की पीड़ा स्पष्ट दृष्टिगोचर हो रही थी। 9:45 पर हिटैची का डीजल खत्म हो जाने और ऊंचाई अधिक होने के कारण काम 10:45 बजे तक काम को रोक दिया। 

इस बीच नगर पालिका के ड फरों और टै्रक्टरों से सीवर खुदाई में निकली मिट्टी को वहां लाया गया और जेसीबी से डीजल मंगबाया गया। इसके बाद मिट्टी के ढेर को हिटैची से लेबल किया और मशीन को उस पर खड़ा कर 10:50 बजे अतिक्रमण को पुन: तोडऩे का प्रारंभ किया। 

इस तरह शुरू हुआ अतिक्रमण विरोधी अभियान 
अतिक्रामकों ने शहर के नालों पर कब्जा कर उन्हें पाट दिया था। जिससे गंदे पानी की निकासी नहीं होती थी तथा बरसात में शहर में बाढ का कहर शुरू हो जाता था। इसी कारण नाले के किनारे बने अतिक्रमणों को हटाने के लिए विधि के एक छात्र अभय जैन ने एनजीटी में याचिका दायर की। 

जिस पर एनजीटी ने प्रशासन को नालों के अतिक्रमणों को हटाने के लिए निर्देशित किया। वहीं दूसरी ओर विधायक तथा प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भी कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में नाले पर हुए अतिक्रमणों को चिन्हित करते हुए उन्हें हटाने का प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया। 

रात्रि में हुई इमारत में आग लगाने की कोशिश
प्रशासन द्वारा अतिक्रमण चिन्हित किए जाने के बाद शहर में खलबली का माहौल बना हुआ था। वहीं जब जानकारी लगी कि भाजपा नेता राजेन्द्र गोयल के भवन से यह मुहिम प्रारंभ की जाएगी। इसके बाद ही श्री गोयल सक्रिय हो गए और उन्होंने अपने भवन में ताला डाल दिया।

 रात्रि करीब 10:30 बजे श्री गोयल का कर्मचारी मिट्टी का तेल लेकर वहां पहुंचा और उसने शटरों को तेल डालकर आग लगा दी। सूचना पाते ही कलेक्टर राजीव दुबे, एसपी मो. युसुफ कुर्रेशी सहित बड़ी सं या में पुलिस फोर्स वहां पहुंचा जहां से पुलिस ने उक्त युवक को पकड़ लिया और कोतवाली पहुंचा दिया। जिसकी पुष्टि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य  ने की। उनका कहना था कि मामले को तूल देने के लिए यह साजिश रची जा रही थी। लेकिन वह पूर्ण नहीं हुई। 

सीआईडी ने रात भर की चौकसी
भवन में आग लगाने की घटना के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और मौके पर सीआर्ईडी को बुलाकर वहां चौकसी के लिए तैनात कर दिया। इस दौरान कोतवाली पुलिस के जवान भी रात भर चौकसी में भवन के पास तैनात रहे। 

बिना अनुमति के पुल निर्माण करने पर पारस स्टील को किया सील
ठंडी सडक़ नाले पर अतिक्रमण कर भवन निर्माण करना और नाले पर आवागमन के लिए बिना अनुमति के पुल निर्माण करना पारस स्टील के संचालक को भारी पड़ गया। रात्रि में जिस समय भाजपा नेता के भवन में आग लगा दी थी।

उस समय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा जहां तसीलदार श्री मिश्रा घूमते हुए ठंडी सडक़ पर पहुंचे उन्होंने देखा कि शासकीय कागजातों में जो पुल बने हैं। उनमें एक ज्यादा है। इसकी जब उन्होंने जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि पारस स्टील के संचालक ने अवैध रूप से आवागमन के लिए पुल का निर्माण कर लिया है। जिस पर श्री मिश्रा ने पारस स्टील को सील कर दिया।