शिवपुरी। शहर के आरके पुरम कॉलोनी में उस समय मातम छा गया जब कॉलोनी वासियों को ज्ञात हुआ फोटो ग्राफर विवेक श्रीवास्तव के पांच वर्षीय पुत्र धैर्य थैलेसीमिया से हार गया और उसने दम तोड़ दिया।
धैर्य को सात दिन में दो दिन रक्त चढ़ाया जा रहा था। उसे यह बीमारी जन्म से ही लग गई थी। वहीं उसका बड़ा भाई वंश भी इस बीमारी से जन्म जात ग्रस्ति है और उसे भी 15 दिनों में रक्त चढ़वाने के लिए ग्वालियर ले जाया जाता है। कल धैर्य की मौत से उसके पिता विवेक श्रीवास्तव, व उसकी माँ राखी श्रीवास्तव काफी आहत हैं वहीं उनके मिलनेे, जुलने वाले और परिवारजन भी इस घटना से सकते में आ गए हैं और लोगों ने पीडि़त परिवार को सांत्वना दी है। बताया जाता है कि जून माह में धैर्य का छठवा जन्म दिन मनाया जाना था। जिसे लेकर परिवार जन काफी उत्साहित थे। लेकिन कल धैर्य की मौत की खबर ने लोगों को स्तब्ध कर दिया।
रक्त की अनुपलब्धता बनी मौत की बजह
धैर्य की मौत की बजह उसका ए नेगेटिब ब्लड बना क्योंकि इस गु्रप का ब्लड बड़ी मुश्किल से उपलब्ध हो पाता है। इसके बाबजूद भी उसके माता पिता आर्थिक स्थिति को दरकिनार कर ब्लड की व्यवस्था में लगे रहते थे और निर्धारित अवधि में रक्त चढ़वाने के लिए चक्कर लगाते थे।
कई बार ब्लड मैच न होने के कारण उनके समक्ष यह समस्या खड़ी हो जाती थी और शनिवार को भी उनके समक्ष यह समस्या खड़ी हो गई और उसकी परिणीति यह हुई कि धैर्य ने दम तोड़ दिया।
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