
इस मामले में अपने शिकायती आवेदन में ट्रक ऑनर राजेन्द्र सिंह रावत राजा भैया व महेन्द्र सिंह रावत ने आरोप लगाए कि टोडरमल सिफारिशमल पेट्रोल पंप से बिक्री होने वाला डीजल मिलावटयुक्त है जिसके प्रमाण स्वयं हमारे सामने है जब हमारे वाहन के इंजन को इस मिलावटयुक्त डीजल से खराब होना कंपनी ने पाया।
इस बारे में राजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि उनके ट्रक क्रमांक एम.पी.09 एच.जी.7314 एवं एम.पी.33-एच. 2814 में उन्होंने टोडरमल पेट्रोल पंप से फुल टैंक डीजल भरवाया और उसे दूर प्रदेश में माल भरकर भेजा लेकिन अल्प समय में ही ट्रक का इंजन खराब हो गया और उसे चार-चार बार कंपनी से रिपेयर कराना पड़ा, इसका खामियाजा स्वयं राजेन्द्र को भरना पड़ा जिन्हे मानसिक व आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा ट्रक ऑनर महेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि उसने भी अपने ट्रक क्रमांक एम.पी.33 एच 1332 एवं एम.पी.33 एच.2232 में टोडरमल पेट्रोल पंप से डीजल भरवाया और उसे रवाना किया। लेकिन कुछ ही दिनों बाद ट्रक का इंजन काम मांगने लगा, इस कंपनी ने भी डीजल में मिलावट होने की बात कही जिससे ट्रक को तीन-तीन बार रिपेयर कराना पड़ा।
ऐसे में कभी-कभार हालात यह हो जाते है कि ट्रक दुर्घटना से भी बमुश्किल बच सका। ऐसे में हमें मानसिक व आर्थिक होने वाले नुकसान की भरपाई कौन करेगा? इसलिए टोडरमल पेट्रोल पंप की जांच की जाए और मिलावटी पेट्रोल पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध उचित दण्डात्मक कार्यवाही की जावे इसके अलावा इस पंप को सील किया जाए ताकि अन्य ट्रक चालक इस तरह की परेशानियों का सामना ना कर सके।