
सोमवार को प्रात: 8 से 11 बजे गायत्री महायज्ञ एवं पूर्णाहुति सैकड़ों की सं या में उपस्थित लोगों द्वारा वैदिक रीति द्वारा दी गई।
महायज्ञ से पूर्व प्रवचन टोली नायक नमो नारायण पाण्डे द्वारा दिये गए श्री पाण्डेय ने उपस्थित गायत्री परिवार के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरू देव के विचारों को पढिय़े, उनसे जुडिय़े बच्चों को जीवन में स पत्ति नहीं संस्कार दीजिये जिससे उनका जीवन सुखमय बना रहे साथ ही विभिन्न प्रकार के नशे से बच्चों को बचायें।
युग निर्माण में भागीदार बनिये। भारत सोने की चिडिय़ा था और रहेगा। भारत को आध्यात्म के जरिये फिर से जगतगुरू बनाना हैं। उन्होंने संगीतमय भजन जीवन के बुझते दीपों में हम फिर नव ज्योति जलायेंगे की मनमोहक प्रस्तुति दी।
इसके पश्चात उपस्थित महिला पुरूषों ने काफी सं या में रखे हुए दीपों को जलाकर गायत्री शक्तिपीठ को प्रकाशवान बनाया जो कि एक अद्भुत दृश्य था। कार्यक्रम का संचालन एनआर मेहते व नरेश बंसल ने किया आभार व्यक्त गायत्री परिवार के गौरीशंकर गुप्ता द्वारा किया।
इस मौके पर सैकड़ों की सं या में गायत्री परिवार के सदस्यगण व शहरवासियों ने कार्यक्रम में भाग लिया कार्यक्रम में विशेष सहयोग मांगीलाल श्रीधर, अनिल रावत, डॉ. पीके खरे, नरेश गोंड़ल, कन्हैयालाल झा, विजय लक्ष्मी शर्मा, पीएस रघुवंशी आरपी त्यागी व शंभूदयाल पाराशर व अन्य सदस्यों का सहयोग रहा।