शिवपुरी। पोहरी विधानसभा क्षेत्र में होने के कारण क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चंदनपुरा में कृषि उपज मंडी बनाये जाने से इन्कार कर चुकी है। हालांकि पहले इस स्थल का चयन मंडी के लिए किया गया था।
लेकिन यशोधरा राजे के इन्कार के बाद भी चंदनपुरा में मंडी यथावत कायम रहने की अफवाह फैल रही हैं। इसीसे आशंकित होकर ग्रामीणों ने आज जनसुनवाई में कलेक्टर राजीव दुबे को ज्ञापन दिया।
लेकिन इस ज्ञापन में भी कहीं न कहीं राजनीति और स्वार्थों की बूं अवश्य आ रही है। इसी के चलते ज्ञापन में उन स्थानों का जिक्र किया गया है जहां नई मंडी बनाई जा सकती हैं।
जनसुनवाई में राजनैतिक किस्म के लोग आज कई ग्रामीणों को लेकर कलेक्ट्रेट में पहुंचे और उन्होंने कहा कि वह चंदनपुरा में मंडी बनाये जाने का विरोध कर रहे हैं।
जब उन्हें बताया गया कि यशोधरा राजे स्वयं चंदनपुरा में मंडी बनाने से इन्कार कर चुकी हैं तो फिर उनके विरोध का मतलब क्या? इस पर जवाब दिया गया कि भाजपा में कुछ भू माफिया किस्म के लोग और जिन्होंने महंगे दामों में चंदनपुरा में जमीनें खरीदी हैं वे चंदनपुरा में मंडी बनाये जाने के लिए दवाब बना रहे हैं। इसीलिए हम ज्ञापन देकर अपनी भावनायें व्यक्त कर रहे हैं।
चंदनपुरा में मंडी क्यों नहीं? इसका भी ज्ञापन में जवाब दिया गया है और कहा गया है कि मानकपुर, ककरबाया, सतेरिया, रायश्री, टोंगरा, पिपरसमा, बड़ौदी, ठेहसुहारा, बड़ागांव, बांसखेड़ी आदि सैकड़ों गावों के नजदीक कोलारस मंडी पड़ती है। दूरी मात्र 10 किमीटर है।
जबकि चंदनपुरा में मंडी 30 कि.मी दूर पड़ती है। गढ़ी बरौद, पाठखेड़ा, सुरवाया, दादौल, मोहनगढ़, विची, खैरोना, करई, गंगौरा, भगौरा, कोटा, हाथीगढ़ आदि गांवों की चंदनपुरा से दूरी 35 से 40 किमी. है।
जबकि कोलारस मंडी महज 17 कि.मी. पड़ेगी। इसलिए चंदनपुरा के स्थान पर शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में किसी अन्य उपयुक्त स्थल पर मंडी बनाई जाए।
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