पेपर लीक कांड: शिवपुरी के कॉलेज प्रिंसिपल्स से पूछताछ

ग्वालियर। कैमिस्ट्री का पर्चा आउट होने और परीक्षा कराने के मामले में जेयू प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े होने लगे हैं। मामला गंभीर होने के बाद भी शनिवार तक जेयू प्रशासन ने पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया और न ही शिवपुरी जिले में स्थित सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों को पूछताछ के लिए बुलाया। जेयू प्रशासन अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए सोमवार का इंतजार कर रहा है। चूंकि इस मामले में अब तक कोई फरियादी नहीं पहुंचा है, इसलिए शिवपुरी पुलिस भी आगे की कार्रवाई नहीं कर पा रही है। औपचारिकता निभाते हुए जेयू प्रशासन ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। इसमें परीक्षा नियंत्रक प्रो. डीसी तिवारी, प्रो. एके श्रीवास्तव व प्रो. रेणु जैन को शामिल किया है। जांच की शुरुआत सोमवार से करने की बात जेयू अधिकारी कह रहे हैं।

पिछोर में पर्चा आउट होने की आशंका
सूत्रों के अनुसार शिवपुरी पुलिस अधीक्षक मोहम्मद युसुफ कुरैशी के वाट्सएप पर यह पर्चा गुरुवार की रात पिछोर के किसी युवक ने भेजा था। इससे माना जा रहा है कि पर्चा पिछोर में ही आउट हुआ है। इसलिए पुलिस ने अपने स्तर पर जांच के लिए पिछोर एसडीओपी को जिम्मेदारी सौंप दी है। यदि कोई एफआईआर दर्ज कराता है, तभी पुलिस गंभीरता से जांच करेगी।

जेयू से पूछकर कराई थी परीक्षा
पर्चा आउट होने की खबर करैरा, पिछोर सहित शिवपुरी जिले में गुरुवार की रात को ही फैल गई थी। इसलिए पिछोर कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. मनोरमा पाराशर ने शुक्रवार की सुबह 8 बजे जेयू अधिकारियों को फोन कर पूछा था कि परीक्षा कराएं या नहीं। जेयू ने पिछोर और करैरा कॉलेज के प्राचार्यों को तो परीक्षा कराने की अनुमति दे दी, लेकिन शिवपुरी के पीजी लीड कॉलेज में परीक्षा कराने से मना कर दिया था।

तो बच जाते रुपए
पर्चा आउट होने की समय से पहले पुष्टि होने के बाद भी परीक्षा कराने के मामले में जेयू प्रशासन घिर गया है। इस परीक्षा में करीब 10 हजार छात्र शामिल थे। यदि परीक्षा निरस्त कर दी जाती तो कॉपियां बच सकती थीं। पर्यवेक्षकों की संख्या भी कम हो जाती, जिससे उनका मानदेय भी बच सकता था।

इनका कहना है
पर्चा आउट की सूचना के कारण मैंने जेयू अधिकारी से परीक्षा के एक घंटा पहले फोन पर चर्चा की थी। उन्होंने परीक्षा कराने की बात कही थी। इसी कारण परीक्षा कराई। हमने जेयू की वेबसाइट भी देखी थी, लेकिन उस पर भी कोई सूचना नहीं थी। इस मामले में जांच में हमारा स्टाफ पूरी मदद करेगा।
डॉ. मनोरमा पाराशर, प्रभारी प्राचार्य पिछोर कॉलेज