कहानी में सस्पैंस, कैसे मुक्त हुआ अपह्रत बंटी, पुलिस ने बताया मानसिक रोगी


शिवपुरी। भटनाबर गांव में अपने कुंए से 6 दिन पूर्व दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहृत किया गया युवक कल्लू उर्फ बंटी बाथम कल रात को रहस्मय ढंग से बैराड़ थाने में पहुंच गया। लेकिन अपहत्त के मुक्त होने पर अभी सस्पैंस बना हुआ है। 


पुलिस का कहना है कि युवक की रिहाई पुलिस दवाब के फल स्वरूप हुई है और डकैतों ने उसे सहसराम के जंगल में छोड़ा है। वहीं यह भी चर्चा है कि कल्लू बाथम की रिहाई 25 हजार रूपए की फिरौती देने के बाद हुई है। 

अपहृत से बयान लेने के बाद एसडीओपी पोहरी श्री बोरया ने बताया कि शायद  मुक्त हुआ अपहृत मानसिक रूप से परेशान हैं और वह बयान बदल-बदल कर दे रहा है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार अपहृत बंटी का पिछले शुक्रवार एवं शनिवार की रात्रि को अज्ञात बंदूक धारियों ने भटनावर ग्राम के उसके खेत से उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने पिता रमेश के साथ सोया हुआ था। 

तब से पुलिस अपहृत और उसकी पकड़ करने वाले गैंग की तलाश में लगी हुई थी, लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला था। कल बैराड़ थाने पहुंचकर उसने पुलिस को अलग-अलग जानकारी दी। 

एसडीओपी अशोक बोरया ने बताया कि कल्लू पुलिस को बता रहा है कि उसका दो युवकों ने भूल से अपहरण कर लिया था। बदमाशों का टारगेट गांव के कोई धाकड़ समाज का युवक था। 

युवक से पूछताछ की गई है जो घटना के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं बता रहे हैं। कल्लू पुलिस को कहीं अपहरण न होना बता रहा है। तो कहीं उसका अपहरण दूसरे के फेर में होना बता रहा था। जिससे पुलिस इस मामले में कुछ भी निर्णय स्पष्ट नहीं कह पा रही है।