
जानकारी के अनुसार डेढ वर्ष की आयु का तेन्दुए के पुटठें में गोली मारी गई है। तेन्दुआ का शब गिर तार शिकारी गणेश मोगिया के खेत में ही मृत अवस्था में पाया गया है। मुखबिर से सूचना पाकर वन विभाग की टीम मोगिया के खेत पर पहुंची और जहां उसने मृतक तेन्दुए को बरामद कर गणेश मोगिया से पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में गणेश मोगिया ने अपने आपको निर्दोष बताया है। आज सुबह वनकर्मी मृतक तेन्दुए को लेकर शिवपुरी स्थित वन विद्यालय में लेकर आये हैं। जहां उसका पोस्ट मार्टम किया गया।
कल किसी मुखबिर ने गोपालपुर के रेंजर श्री जैन को सूचना दी कि गणेश मोगिया के खेत में मृतक तेन्दुआ पड़ा हुआ है। इस सूचना पर श्री जैन दलबल सहित मौके पर पहुंचे और उन्होंने श्री मोगिया के खेत में मौजूद उनकी माँ से उसके बारे में पूछा तो श्री मोगिया तुरंत बहां हाजिर हो गया।
उसने बताया कि वह अभी ही बाहर से लौटा है। इस पर वन टीम ने उसके खेत की तलाशी ली तो वहां तेन्दुआ मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला। बताया जाता है कि 24 घंटे पहले उसे गोली मारी गई। जिससे उसकी मौत हो गई।
इसके बाद वन टीम ने तेन्दुए को बरामद कर आज सुबह उसे पीएम हेतु वन विद्यालय शिवपुरी भेज दिया गया। वहीं गणेश मोगिया को भी हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। घटना की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक सिंह भी वन विद्यालय पहुंचे जहां उन्होंने वन अधिकारियों से इस घटना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी ली।
उलझा है तेंदुआ का मर्डर काण्ड
चूकि गणेश मोगिया के खेत में मृतक तेन्दुआ मिला है। इस कारण वन अधिकारी उसे ही शक की नजर से देख रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि यदि गणेश मोगिया ने तेन्दुए का शिकार किया होता तो वह उसे अपने खेत पर कैसे पड़ा रहने देता।
शिकार की सूचना मिलने के बाद जब वन विभाग की टीम मोगिया के खेत पर पहुंची तो वहां टीम की मोगिया की माँ से मुलाकात हुई और जब वन कर्मियों ने उससे गणेश मोगिया के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह घर पर ही है तथा अभी ही बाहर से घर में आया है और इसके बाद तुरंत गणेश मोगिया वहां पहुंच गया।
वन कर्मियों ने उसकी बंदूक के बारे में भी उससे जानकारी ली तथा कारतूसों को भी चैक किया गया। इस बारदात में यह भी संभव है कि गणेश मोगिया को रंजिशन किसी ने शिकार बनाया हो और तेन्दुए की हत्या कर उसे गणेश मोगिया के खेत में फैंक दिया हो।
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सूत्रो को कहना है कि इस तेंदुए के मर्डर काण्ड में वन विभाग के कर्मचारी ही मिले हुए है। इस तेन्दुए के शव को किसी प्राईवेट गाडी में रखकर कही बहार भेजा जा रहा था लेकिन ग्रामीणो ने देख लिया तो यह शिकारी इस तेन्दुए का गणेश मोगिया के खेत में छोडकर भाग खडे हुए।
पत्रकारों का सीसीएफ आनंद कुमार से हुआ विवाद
घटना का कबरेज करने गए पत्रकारों का वन विद्यालय में सीसीएफ आनंद कुमार से विवाद हो गया। सीसीएफ ने पत्रकारों के कबरेज करने पर आपत्ति करते हुए र्दुव्यवहार किया और कबरेज करने से रोका तथा वहां से चले जाने को कहा। वन विद्यालय के गेट पर ही पत्रकारों को रोक दिया गया लेकिन जब किसी तरह पत्रकार अंदर पहुंचे तो सीसीएफ ने पत्रकारों के अनुसार उनके साथ धक्का मुक्की की और कबरेज नहीं करने दिया। यहां तक कि मृतक तेन्दुए के पास भी पत्रकारों को फटकने नहीं दिया गया और पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। पत्रकारों के जाने के बाद डॉ. जितेन्द्र जाटव ने मृतक तेन्दुए का पीएम किया।