अब सरकार मंदिर के पुजारियों को देगी पूजा की ट्रेनिंग,लेकिन सबाल खड़े

शिवपुरी। शासन ने जिले के 100 मंदिरों के पुजारियों को ट्रेनिंग देने की योजना बनाई है। मंदिरों के कायाकल्प अभियान के साथ-साथ इनके पूजा पाठ कार्यक्रम पर सरकार धन खर्च करेगी।

 हाल में धार्मिक और न्यास समिति ने जिले के 800 मंदिरों में से 100 मंदिरों को कायाकल्प अभियान में जो?ा है। इसके तहत पुजारियों को पूजा विधि, ज्योतिष, कर्मकांड, योग और प्राकृतिक चिकित्सा की जानकारी ट्रेनिंग के दौरान दी जाएगी। 

मंदिरों को पर्यटकों के लिहाज से विकसित करने की कवायद 
धार्मिक न्यास और संस्कृति विभाग ने जिले के 100 बडेे मंदिरों को पर्यटकों के लिहाज से विकसित करने के उद्देश्य से 1 करोड रुपए की राशि जारी की है। इसमें मंदिरों का जीर्णोद्धार के अलावा उनके कायाकल्प पर भी ये पैसा खर्च किया जा रहा है। 

पुजारियों और महंतों के लिहाज भी ये महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि ट्रेनिंग करने वाले पुजारियों का व्यक्तित्व और उनका ज्ञान भी विश्व स्तर का होना चाहिए। 

मथुरा और वृंदावन में होगी ट्रेनिंग 
योजना में शामिल किए गए मंदिरों के पुजारियों की ट्रेनिंग मथुरा और वृंदावन में होगी। इसके लिए 30 दिन का एक ट्रेनिंग प्रोग्राम सरकार की ओर से बनाया गया है। यहां मंदिरों के पुजारियों को संस्कृत भाषा साथ .साथ के साथ वैदिक शास्त्रों के ज्ञान का रिफ्रेशर कोर्स भी इनको कराया जाएगा। 

इस योजना पर सबाल खडें
सरकार मंदिरो के पुजारियों को पूजा दिलवाने का उद़ेदश्य पुजिारियो को समझ में नही आ रहा है। पुजारियों का कहना है कि ज्यौतिष,योग,और कर्मकांड की बात की ट्रेनिंग की में तो ज्ञान बढेगा। 

लेकिन मंदिरो की पूजा पद्वति एक जेसी कैसी हो सकती है। जिले में कुछ ऐसे मंदिर है जिन पर अपनी ही एक विशेष शैली की पूजा पद्वति है। और इस पद्वति को बदला नही जा सकता है। 

कुछ मंदिर पर पुजारी नही संत पूजा करते है और वे अपनी गुरू परंपरा के हिसाब से पूजा करते है। इसके पूजा पद्वति को बदला नही जा सकता है।