फलोद्यान के क्षेत्र में कृषक संजय बनेंगे जिले के किसानों के लिए प्रेरणा

शिवपुरी। जिले के पिछोर विकासखण्ड के ग्राम बीरा में प्रगतिशील कृषक संजय श्याम की लगन, मेहनत एवं शासन की सहायता से विकसित किया गया अनार का बगीचा जिले के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बनेगा।

कलेक्टर राजीव दुबे ने अधिकारियो के साथ आज संजय श्याम द्वारा 21 हेक्टेयर क्षेत्र में राज्य शासन के सहयोग से तैयार अनार के बगीचे का अवलोकन किया और कहा कि श्री श्याम से जिले के किसान प्रेरणा लेकर पर परागत फसलों के साथ-साथ अनार जैसे फलोद्यान की फसलें भी लेंगे। जिससे जहां किसानों को कम लागत में अधिक आमदनी मिलेगी, वहीं स्थानीय जरूरतमंदो को रोजगार भी मिलेगा। 

कलेक्टर श्री दुबे ने ग्राम बीरा में फलोद्यान, पशुपालन, ग्रामीण विकास, स्थानीय आकाशवाणी केन्द्र के अधिकारियों के साथ पंजाब से आए कृषक श्री संजय श्याम द्वारा 21 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाए गए 21 हजार पौधो के विकसित किए गए अनार के बगीचे का अवलोकन किया। उन्होंने अनार के पौधो पर आए फलों की बहार को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि म.प्र. को किसानों की मेहनत एवं राज्य शासन के सहयोग से चार बार कृषि कमण्र्य पुरस्कार प्राप्त हुआ है। 

इसी दिशा में फलोद्यान के क्षेत्र में भी प्रदेश को पुरस्कार प्राप्त हो सकेंगे। श्री दुबे ने कहा कि मु यमंत्री खेत तीर्थ योजना में इस अनार की बगीचे को शामिल कराया जाएगा। जिससे जिले के ही नहीं बल्कि जिले के बाहर के कृषक भी अनार के बगीचे का भ्रमण कर आधुनिक एवं उन्नत तकनीक से प्रेरणा ले सकेंगे। बगीचे के भ्रमण के दौरान पंजाब से आए कृषक श्री श्याम ने बताया कि उन्होनें पंजाब से आकर जमीन खरीदी और अनार की फसल लेने का निर्णय लिया। 

उन्होंने बताया कि वे स्थानीय कृषकों को भी सलाह दे रहे है कि मौसम के बदलाव को देखते हुए पर परागत फसलों के साथ-साथ फलोद्यान की फसलें लें। इससे जहां आय में वृद्धि होगी, वही नुकसान की संभावना भी कम होगी। इसके लिए ड्रिप पद्धति(बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति) से सिंचाई की जाती है। उन्होंने बताया कि अनार के बगीचे के लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा जहां तकनीकी मार्गदर्शन दिया वहीं राज्य शासन से इस बगीचे को विकसित करने के लिए अनुदान की सहायता भी प्राप्त हुई। 

उन्होंने बताया कि वे केवल अनार की फसल पर ही निर्भर नहीं रहना चाहते, बल्कि उन्होंने अनार के पौधो के बीच में खाली क्यारियों में खरबूजे की भी फसल लगाने हेतु बीजरोपण कर दिया है। जो गर्मियों में आय का एक अतिरिक्त स्त्रोत होगा। श्री श्याम ने बताया कि उनके बगीचे को दो वर्ष हो चुके है। कुछ दिनों पश्चात अनार के पेड़ो से फल तोडऩे का कार्य भी शुरू हो जाएगा।  अनार के फलों के बेहतर दाम मिले, इसके लिए पंजाब की रूट मण्डी में मार्केटिंग की व्यवस्था की जाएगी। श्री श्याम ने बताया कि इस अनार के बगीचे से वह लगभग 50 से 60 जरूरतमंद स्थानीय लोगों को रोजगार भी महैया करा रहे है।