शिक्षण व्यवस्था की जमीनी ताकत अतिथि शिक्षको ने दिया ज्ञापन,कहां भोपाल तक करेंगें पैदल मार्च

शिवपुरी। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने गुरुवार को एक रैली निकालकर के जिला प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। 

इस ज्ञापन के माध्यम से अतिथि शिक्षक संघ ने मांग की है कि उन्हें गुरुजी की तरह वेतन दिया जाए और रिक्त संविदा शिक्षक के पद पर विलिनिकरण या समायोजन किया जाए। 

अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर इन अतिथि शिक्षक संघ ने ज्ञापन दिया। इन अतिथि शिक्षकों का कहना था कि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह दिल्ली व भोपाल के लिए पैदल यात्रा करेंगे। 

संघ के जिलाध्यक्ष रमाकांत मिश्रा ने बताया उनका धरना बीते मंगलवार से चल रहा था। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट द्वारा बीते दिनों उन्हें गुरुजी की भांति मानने के ऑर्डर दिए हैं। इसके बाद भी राज्य सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया।

जिलाध्यक्ष ने बताया कि उनकी मांगों को सरकार ने नहीं माना तो 5 जनवरी से वह बड़ा आंदोलन करेंगे। इस प्रदर्शन में जिले के पिछोर, खनियांधाना, नरवर, करैरा, कोलारस, बैराड़, पोहरी ब्लॉक से भी अतिथि शिक्षक शामिल हुए। 

इस प्रदर्शन के माध्यम से अतिथि शिक्षक सपना श्रीवास्तव, विवेक कुमार पाराशर, राजेंद्र सिंह गिल, देवेंद्र दुबे, सरकार सिंह, संतोष श्रीवास्तव, हेमंत शर्मा, गंगेश शर्मा, बृजेश कुशवाह, हेमंत वेग, भरत धाकड़, संतोष सोनी, शांतिदास फल्ले और अशोक शर्मा आदि ने राज्य सरकार से उनकी मांगे पूरी करने की मांग की है।

यह रही मांगें 
अतिथि शिक्षक को गुरुजी की भांति न्यूनतम वेतनमान दिया जाए। संविदा पात्रता परीक्षा से उन्हें मुक्त रखा जाए। अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों पर समायोजन हो। 

हमारे अनुभव को मान्य करते हुए बीएड व डीएड की बाध्यता से मुक्त रखा जाए। अतिथि शिक्षकों के पीएफ व कर्मचारी बीमा योजना में स िमलित किया जाए। 

अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक के पद पर नियुक्त कर गुरुजी की भांति ऑपरेशन क्वालिटी डीएड व बीएड कराने का प्रावधान किया जाए।