शिवपुरी। 32 वर्षीय दलित युवक ने गांव की ही एक किशोरी को किडनेप किया और गुजरात में ले जाकर उसके साथ कई बार रेप किया। इसके बाद उसे धमकी देकर छोड़ दिया। गुमसुम किशोरी वापस आ गई और सबकुछ सामान्य भी हो गया। मामले का खुलासा तो तब हुआ जब पीड़िता गर्भवती हो गई। इस मामले में बामौरकलां पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। किडनेपिंग का केस फाइल होने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। किशोरी के लौट आने के बाद भी उसका मेडिकल नहीं कराया गया और ना ही किडनेपर को अरेस्ट किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बामौरकलां निवासी 16 वर्षीय पीड़िता, 26 अप्रैल को अपने घर से शौच के लिए निकली थी इसी दौरान किरण रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी। किशोरी का कोई सुराग न लगने पर पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था।
आज किरण ने अपने परिजनों के साथ थाने पर पहुुंचकर पुलिस को दी जानकारी में बताया कि 26 अप्रैल वाले दिन गाँव के ही निवासी बाबूलाल जाटव ने उसका अपहरण कर लिया था और वह उसे अहमदाबाद लेकर गया था जहाँ उसने उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था।
अहमदाबाद से वापस लौटते समय से बाबूसिंह ने किरण को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा था कि घटना के बारे में किसी को न बतायें आरोपी द्वारा दी गई धमकी से घबराकर पीडि़ता ने तत्समय सच्चाई नहीं बताई।
मामले में पीड़िता के घरवाले भी संदेह के घेरे में है। पीड़िता किडनेप हुई, उन्होंने केस फाइल कराया, पीड़िता लौटकर आई परंतु उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी। यह मान लेना मुश्किल होगा कि पीड़िता के परिवारजनों ने पीड़िता से किडनेपर का नाम तक नहीं पूछा। अब जब पीड़िता गर्भवती हो गई तो परिजन उसे लेकर थाने आ गए और पूरी घटना का खुलासा किया है।
पुलिस ने आरोपी बाबूलाल जाटव के खिलाफ धारा 363, 366, 376, 506 एवं पीसीएसओ एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
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