शिवपुरी। जिले में नॉन बैकिंग क पनियों का कारोबार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद थमा नहीं है। पीएसीएल के खिलाफ बीते रोज एक और शिकायती आवेदन पुलिस को प्रेषित किया गया है मगर पुलिस इस पूरे मामले में चुप्पी साधे बैठी हुई है। मामला बैराड़ थाने का हैै।
बैराड़ पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम ऐंचवाड़ा निवासी श्रीमती रानी शर्मा पत्नि मुकेश शर्मा ने गत समय 4 लाख रुपए की एफ डी पीएसीएल में जमा कराई थी। यह एफ डी बैराड़ के बूढ़दा गाँव निवासी पल्र्स अभिकर्ता नरेश शर्मा और महेश शर्मा द्वारा की गई थी।
रानी शर्मा ने पुलिस को सौंपे आवेदन में कहा है कि लगभग एक वर्ष पूर्व जब उन्हें जानकारी लगी कि पीएसीएल बंद होने वाली है ऐसे में उन्होंने अपनी प्री मैच्यूर एफ डी तुड़वाने के लिए आवेदन किया मगर दोनों अभिकर्ताओं ने उनकी राशि वापस करने से हाथ खड़े कर लिए। एजेंटों ने उसे बरगलाते हुए कहा कि पीएसीएल बंद नहीं हो रही।
यदि बंद हो भी गई तो तु हारी राशि हम अपने खाते में ट्रांसफर करा लेंगे, तुम पैसे हमसे ले लेना। अब चूंकि पीएसीएल का विवाद वैधानिक प्रक्रियाओं में है ऐसे में पूरा एक साल गुजरने के बाद भी रानी को उसके एजेण्टों ने नहीं दिलवाए। रानी जब बैराड़ स्थित पीएसीएल के ऑफि स गई तो वहाँ मौजूद स्टाफ ने पैसे वापस करने से हाथ खड़े कर लिए।
महिला ने बैराड़ थाना पुलिस से उक्त अभिकर्ताओं एवं धोखाधड़ी करने वाली क पनी के कर्ताधर्ताओं के विरुद्घ प्रकरण दर्ज करने की माँग की है।
उधर पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जाँच की जा रही है तदोपरांत कार्यवाही की जाएगी।
यहां बता दें कि पीएसीएल के द तर अन्य जिलों में पूर्णत: बंद हो चुके हैं मगर यहाँ जिला मु यालय पर अभी भी पीएसीएल के अभिकर्ता सक्रिय हैं जो निवेशकों को बरगला कर नगद जमा स्वीकार कर हैं जबकि जो खाते परिपक्व हो चुके हैं उनकी राशि क पनी द्वारा नहीं लौटाई जा रही।
