शिवपुरी। आज आयोजित 61वीं शालेय हैंडवॉल प्रतोयगिता के समापन समारोह में शहर के एक कथित समाजसेवी एवं यशोधरा निष्ठ बीड़ी व्यवसाई को उस समय अपने स्मृति चिन्हों को बैंरग ले जाना पड़ा जब डीईओ की नजर उन पर पड़ गई।
बताया गया है कि आज प्रतोयगिता के समापन समारोह में समाजसेवी नेता ने अपने प्रोडक्ड का नाम टूर्नामेंट में विजेता एंव उपविजेता टीम के खिलाडियों को दिए जाने वाले स्मृति चिन्ह में छपवाकर विभाग को सौप दिया।
लेकिन कार्यक्रम से ऐन पहले जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत सिंह गिल की नजर जैसे ही मंत्री यशोधरा के फोटो वाले इस स्मृति चिन्ह के नीचे अंकित बीडी फर्म के सौजन्य पर पडी तो डीईओ अपने अधिनस्थो पर भडक उठे।
डीईओ ने लताड लगाते हुए यहां तक कहा कि बीडी का विज्ञापन करते ये प्रशस्ति चिन्ह बच्चो में धुम्रपान को बढावा देने के संकेतक है हालात यह बने कि इन 92 स्मृतिचिन्हों को बैरंग भेज दिया गया।
और बीडी वाले समाज सेवी नेताजी मौके पर सिपाहसालरों को अपना सा मुंह लेकर वापस जाना पडा डीईओ की यह कार्रवाही आज विभागीय गलियारो में खासा चर्चा का विषय बनी रही।
