प्रदेश कांग्रेस कार्यकारणी में नही मिला सिंधिया समर्थकों को स्थान

भोपाल। गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के सांसद सिंधिया देश मेें कांग्रेस में ताकतवर नेता माना जाता है परन्तु अभी हाल में घोषित प्रदेश कार्यकारणी में अपने समर्थको को स्थान नही दिला पाए है। मात्र एक सिंधिया समर्थक ही इस कार्यकारिणी में स्थान मिला है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने अपनी भारी भरकम ज बो कार्यकारिणी अवश्य गठित की है। इनमें 193 पदाधिकारी शामिल किये गये हैं जिनमें 18 उपाध्यक्ष, 40 महामंत्री, 83 सचिव, 28 स्थाई सदस्य और 24 विशेष आमंत्रित सदस्य बनाये गये हैं।

लेकिन इसके बाद भी नई कार्यकारिणी से गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के सिंधिया समर्थकों में खासी निराशा छाई है। संसदीय क्षेत्र में सिर्फ एक सिंधिया समर्थक केशव सिंह तोमर को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

इस संसदीय क्षेत्र में पिछोर विधायक केपी सिंह को महामंत्री और अरुण यादव के नजदीकी राजेन्द्र गुुर्जर को सचिव अवश्य बनाया गया है लेकिन दोनों ही सिंधिया विरोधी के रूप में पहचाने जाते हैं।

यह स्थिति तब है जब देश और प्रदेश की धारा के विपरीत संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का पलड़ा भाजपा की तुलना में भारी है। संभाग में भी सिंधिया विरोधियों को खास तरजीह मिली है।

शिवपुरी जिले की बात करें तो जिले की पांच विधानसभा सीटों में से तीन पर कांग्रेस काबिज है। जिनमें से दो विधायक रामसिंह यादव और शकुंतला खटीक सिंधिया समर्थक हैं। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं ही।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस की श्रीमती कमला यादव पदस्थ हैं और नगरपालिका अध्यक्ष पद पर कांग्रेसी मुन्नालाल कुशवाह की ताजपोशी हुई है। जनपद पंचायत शिवपुरी में भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों पर कांग्रेस का कब्जा है। इसके बावजूद भी प्रदेश कार्यकारिणी में सिंधिया समर्थकों की खास उपेक्षा हुई है।

गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में तो एक भी सिंधिया समर्थक को प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान नहीं मिला है। पोहरी से अवश्य सिंधिया समर्थक केशव सिंह तोमर को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

पोहरी ग्वालियर संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। सूची देखने से साफ पता चलता है कि सिंधिया विरोधियों की जमकर चली है। ग्वालियर चंबल संभाग में भी सिंधिया समर्थकों को तरजीह नहीं मिली है।

ग्वालियर से रश्मि पवार और अशोक सिंह को पदाधिकारी बनाया गया है। दोनों ही सिंधिया विरोधी हैं जबकि मुरैना से बसपा से आये तथा सिंधिया विरोधी एदल सिंह कंषाना पदाधिकारी बने हैं।

भिण्ड से दिग्विजय सिंह समर्थक गोविंद सिंह को पदाधिकारी बनाया गया है। समूचे ग्वालियर चंबल संभाग में सिंधिया समर्थकों की उपेक्षा से उनमें गहन निराशा व्याप्त है।