शिवपुरी। गुना-शिवपुरी संसदीय सीट को कांग्रेस के खाते से छीनने और अजेय सिंधिया को पराजय का स्वाद चखाने के उद्देश्य से भाजपा ने अभी से काम करना शुरू कर दिया है और भाजपा ने अंग्रेजो की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
सूत्र बता रहे है कि हाल ही में नेहरू युवा केन्द्र के उपाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के शिवपुरी आगमन के अवसर पर कई सिंधिया समर्थकों ने उनसे मुलाकात की। सूत्र बताते हैं कि पोहरी क्षेत्र के एक पूर्व विधायक इस रणनीति पर काम कर रहे हैं और कांग्रेस से भाजपा में आये पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी से भी इस अभियान में सहयोग लिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार कुछ जिला पंचायत, जनपद पंचायत के एक बड़ेे पदाधिकारी तथा कांग्रेस के पार्षद भाजपा के सतत संपर्क में हैं। इनमें पूर्व विधायक भी शामिल हैं।
इन असंतुष्ट कांग्रेसी नेताओं को प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन से भेंट कराने की तैयारी चल रही है और सूत्र बताते हैं कि सबकुछ ठीक रहा तो एक माह के भीतर कांग्रेस को भाजपा झटका दे सकती है।
भाजपा की नजर कांग्रेस के ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर केन्द्रित है जो किसी न किसी कारण से पार्टी से नाराज चल रहे हैं तथा कांग्रेस में अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
भाजपा से संपर्करत एक नेता ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें पार्टी में महत्व नहीं मिल रहा है और उनके अच्छे कामों की कोई पूछपरख नहीं है। इनमें जहां सुविधाभोगी और अवसरवादी कांग्रेसी हैं, वहीं ऐसे नेता भी हैं जिन्हें लगता है पार्टी से उन्हें टिकिट मिलने की दूर-दूर तक गुंजाइश नहीं है। खासकर कोलारस क्षेत्र में कांग्रेस के पास टिकिट के दावेदारों का एक बड़ा समूह है।
एक अन्य कांग्रेसी ने बताया कि वह कांग्रेस में अपना भविष्य नहीं देखते हैं। खासकर मप्र में तो कांग्रेस की हालत काफी खस्ता है और अगले दस-पन्द्रह साल तक पार्टी की सत्ता में आने की कोई संभावना नहीं है।
पोहरी क्षेत्र के एक कांग्रेसी ने बताया कि सिंधिया खेमे में महाराज के प्रति निष्ठावानों के स्थान पर उन लोगों को महत्व मिल रहा है जिन्होंने बिचौलियों को साध रखा है। भाजपा से संपर्क रखने वाले कांग्रेसियों में खासकर शिवपुरी, कोलारस और पोहरी के कांग्रेसी हैं।
इनमें से कुछ की पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी से अभी तक अंतरंगता बनी हुई है, वहीं भाजपा में महत्व मिलने का आश्वासन देकर कुछ डोल रहे कांग्रेसियों को पोहरी के पूर्व विधायक ने अपने विश्वास में लिया है।
सूत्र बताते हैं कि इनमें से कुछ की मुलाकात नेहरू युवा केन्द्र के उपाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से भी कराई गई है और जल्द ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इन्हें मिलाने की तैयारी है। इस रणनीति पर यदि सफलतापूर्वक काम हो गया तो कांग्रेस को ऐसा झटका लग सकता है जिससे बाहर निकलना उतना आसान नहीं होगा।
अपने राम का तो इस मामले यही कहना हे कि ज्यौतिरादित्य सिंधिया को हराने के लिए भाजपा ने फूट डालो और राजनीति करो का फार्मुला यह अपनाया है। भाजपाई कांग्रेसियो को बता रहे है कि उनका पार्टी या सिंधिया के लिए कितना योगदान है और उन्है कोई भी तबज्जो नही दी जाती है।
अपने राम का यह भी कहना है कि जो कांगे्रस से सताए भाजपा में शामिल हो गए वे कांग्रेस को तोड़कर सिंधिया कमजोर कर बदला ले रहे है और भाजपा में अपने नंबर बड़ा रहे है।