शिवपुरी। सिंध जलावर्धन योजना को पूर्ण करने के उद्देश्य से इस योजना में बाकी बचे हुए काम के लिए नपा ने 27 करोड़ के टेंडऱ ऑनलाईन जारी कर दिये है। इस माह की 26 तारिख तक दोशियान कंपनी ने काम शुरू नही किया तो दूसरी कंपनी काम शुरू करेंगी यह तय है।
दोशियान कंपनी और सरकार के बीच कई दौरों की बातचीत के पश्चात दोशियान कंपनी काम करने पर सहमत तो हो गई है लेकिन कंपनी ने स्पष्ट किया है कि बिना वित्तीय प्रबंध के काम किया जाना संभव नहीं है।
फंड की व्यवस्था के लिए कंपनी ने देना बैंक के अधिकारियों से बातचीत की है। लेकिन लगभग 10 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी कंपनी के पक्ष में तब बनेगी जब परियोजना को केबिनेट मंजूरी मिल जाएगी।
कंपनी का यह भी कहना है कि रतलाम प्रोजेक्ट की आउट स्टैंडिंग के रूप में छह करोड़ रुपये का भुगतान उसे मिलना है। इन राशियों की प्राप्ति के बाद सिंध जलावर्धन योजना के काम में गति आएगी।
कंपनी ने नपा को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि सबसे पहले हम एनएचएआई के काम को प्रारंभ करेंगे और दूसरे कार्य का क्रमश: सर्वे करेंगे। उनके अनुसार कंपनी को या तो बैंक गारंटी से या फिर बढ़े हुए भुगतान से राशि प्राप्त होगी।
इस तरह से स्पष्ट है कि दोशियान कंपनी ने गेंद सरकार के पाले में डाल दी है और केबिनेट मंजूरी के बिना वह काम प्रारंभ करने में उत्सुक नहीं दिख रही है। दोशियान कंपनी का मानना है कि 20 सित बर तक केबिनेट मंजूरी मिलेगी और इसके बाद ही बैंक उसे 10 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी देगा।
इस तरह से 26 सित बर से पहले काम शुरू होने की उ मीद नहीं है। लेकिन यह तिथि अंतिम भी है क्योंकि इस दिनांक तक यदि दोशियान कंपनी ने काम शुरू नहीं किया तो न्यूनतम दर वाली कंपनी को शेष काम सौंपा जा सकता है।