जादौन को जाल में फंसान तहसीलदार ने रचा था षडयंत्र

शिवपुरी। पोहरी महिला छेड़छाड़ कांड में भले ही महिला के खिलाफ ऊष्मा शर्मा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया हो परंतु यह मामला बस इतना सा नहीं है जितना कि दर्ज किया गया है। दरअसल महिला ने तहसीलदार को घर में घुसकर नहीं पीटा बल्कि तहसीलदार ने खुद महिला और उसके पति को घर बुलाया था। बंगले पर तहसीलदार ने कुछ ऐसा किया कि महिला और उसके पति ने तहसीलदार पर हमला बोल दिया। बताते हैं कि महिला के पति अभिषेक शर्मा ने तहसीलदार ओपी राजपूत को बहुत बुरी तरह से पीटा। अभिषेक नशे में था, फिर भी इतना आक्रोशित था कि रात 2 बजे तक स्थिति तनावपूर्ण रही।

इस पिटाई का कारण पट्टा नहीं बल्कि तहसीलदार द्वारा अपने पद का दुरुपयोग बताया जा रहा है। पोहरी की राजनीति में रखने वाले बताते हैं कि पोहरी विधायक प्रहलाद भारती पोहरी के मण्डल अध्यक्ष के पद पर मनचाही नियुक्ति कराना चाहते थे परंतु पृथ्वीराज सिंह जादौन ने इस पद पर कब्जा कर लिया। बस यहीं से तनातनी शुरू हुई। विधायक महोदय लम्बे समय से जादौन के खिलाफ कुछ करना चाहते थे परंतु उन्हें मौका नहीं मिल रहा था।

सूत्र कहते हैं कि तहसीलदार ओपी राजपूत विधायक महोदय से काफी नजदीकी बनाए हुए हैं। दोनों के बीच एक नेता और अधिकारी से कहीं ज्यादा घनिष्ठ रिश्ते हैं। इस मामले में तहसीलदार ने विधायक प्रतिनिधि का रोल प्ले किया। महिला को पट्टा दिया जाना था परंतु तहसीलदार ने जानबूझकर उस जमीन पर पट्टा दिया जिस पर जादौन का कब्जा था।

योजना यह थी कि महिला और जादौन के बीच विवाद होगा। तहसीलदार अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जादौन को जेल भेज देगा। हुआ भी कुछ ऐसा ही, लेकिन जादौन इस रणनीति को भांप गए और उन्होंने महिला से समझौता कर दिया। जादौन को जेल भेजने का टारगेट अचीव नहीं हो पाया।

निराश महिला अपने गांव लौट गई थी परंतु तहसीलदार के मन में टशन बाकी थी। इसीलिए तहसीलदार ने महिला को गांव से वापस बुलवाया। महिला तहसील आफिस में मिलने पहुंची तो उसे तहसीलदार अपने घर ले गए। यहां जाकर उन्होंने महिला को जादौन के खिलाफ उकसाना शुरू किया। इस दौरान तहसीलदार ने ऐसा कुछ किया कि महिला आग बबूला हो उठी। उसका पति गुस्से से लाल हो गया और उन्होंने तहसीलदार पर हमला बोल दिया।

कुल मिलाकर भले ही महिला के खिलाफ एफआईआर हो गई हो परंतु शतरंज की इस विसात पर जादौन को मात देने की रणनीति बिफल रही। उल्टा गुपचुप चल रहा एक गठबंधन चौराहे पर चर्चा का केन्द्र बन गया। लोग बता रहे हैं कि पोहरी का यह पॉलिटिकल गैंगवार यहीं थमने वाला नहीं है। विधायक ने महिला को मौहरा बनाकर मण्डल अध्यक्ष पर हमला किया है। मण्डल अध्यक्ष भी इसका जवाब जरूर देंगे। देखते हैं सत्ता धारी दल में चल रहा यह संग्राम कहां जाकर खत्म होता है।